अश्वक
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
- अश्वक गणराज्य अलक्षेंद्र के भारत पर आक्रमण के समय[1] सिंध और पंजकौरा नदियों के बीच के प्रदेश में बजौरघाटी के अंतर्गत बसा हुआ था।
- ग्रीक लेखकों के अनुसार यहाँ की राजधानी मसागा नाम के सुदृढ़ एवं सुरक्षित नगर में थी।
- कैंब्रिज हिस्ट्री ऑफ इंडिया के अनुसार अश्व या फ़ारसी अस्प से ही इस जाति का नाम अश्वक हुआ था।
- अलक्षेंद्र मसागा की लड़ाई में तीर लगने से घायल हो गया था और वह वीरों की इस नगरी को केवल धोखे से ही जीत सका था।
अश्वक (विशेषण) [अश्व+कन्]
- घोड़े जैसा-कः (पुल्लिंग)
- 1. छोटा घोड़ा
- 2. भाड़े का टट्टू
- 3. सामान्य घोड़ा।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 50| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
- ↑ 327 ई. पू.