औरंगाबाद महाराष्ट्र
औरंगाबाद नगर मध्य-पश्चिम महाराष्ट्र राज्य के पश्चिमी भारत में कौम नदी के तट पर स्थित। यह खाड़की नाम से प्रसिद्ध है।
स्थापना
इस नगर की स्थापना 1610 ई. में मलिक अम्बर ने की थी। कालांतर में मुग़ल शहंशाह औरंगज़ेब ने इसके समीप ही ताजमहल जैसा बीबी का मक़बरा बनवाया और नगर का नाम खाड़की से बदलकर औरंगाबाद कर दिया। हैदराबाद के राजधानी बन जाने की वजय से, पहले स्वतन्त्र निज़ाम का मुख्यालय रह चुके इस शाहीनगर का विकास नहीं हो सका। 1947 में हैदराबाद के अधिमिलन के बाद यह भारतीय गणराज्य का अंग बन गया।
प्रसिद्धि
औरंगाबाद कलात्मक रेशमी वस्त्रों विशेषकर शॉल के लिए प्रसिद्ध है। मराठवाड़ा विश्वविद्यालय (1958) यहाँ का विख्यात शिक्षा केन्द्र है। जिससे अनेक महाविद्यालय संबद्ध हैं। सुप्रसिद्ध व ऐतिहासिक अजंता की गुफ़ाएँ और एलोरा की गुफ़ाएँ समीप होने के कारण यह एक प्रख्यात पर्यटन स्थल भी बन गया है।
जनसंख्या
भारत की जनगणना (2001) के अनुसार यहाँ की जनसंख्या - नगर. निगम. क्षेत्र 8,72,667 और ज़िले की कुल 29,20, 548 है।
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ