छान्दोग्य उपनिषद अध्याय-2 खण्ड-10

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  • इस खण्ड में आत्मा-तुल्य अतिमृत्यु-रूप की सप्तविध साम की उपासना का वर्णन है।
  • जो साधक परमात्मा-तुल्य अतिमृत्यु-रूप सप्तविध साम की उपासना करता है।
  • वह आदित्य-रूप साम की ही उपासना करता है तथा आदित्यलोक को जीत लेता है।


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