करतोया नदी

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

'करतोया समासाद्य त्रिरात्रोपोषितो नर:
अश्वमेधमवाप्नोति प्रजापतिकृतोविधि।[1]

  • करतोया का नाम अमरकोश[2] में भी है-'करतोया सदानीरा बाहुदा सैतवाहिनी' जिससे संभवत: सदानीरा एवं करतोया एक ही प्रतीत होती हैं।
  • कालांतर में करतोया को अपवित्र माना जाने लगा था और इसे कर्मनाशा के समान ही दूषित सभझा जाता था। यथा 'कर्मनाश नदी स्पर्शात् करतोया विलंधनात् गंडकी बाहुतरणादधर्म: स्खलति कीर्तनात्' आनंद रामायण यात्राकांड।[3] जान पड़ता है कि बिहार और बंगाल में बौद्धमता वलंबियों का आधिक्य होने के कारण इन प्रदेशों तथा इनकी नदियों को, पौराणिक काल में अपवित्र माना जाने लगा था।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वन पर्व महाभारत.85,3
  2. अमरकोश 1,10,33
  3. आनंद रामायण यात्राकांड 9,3

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख