अंतरिक्ष यान

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:12, 13 जुलाई 2012 का अवतरण (''''अंतरिक्ष यान''' कई रॉकेटों को जोड़कर बनाया जाता है अ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

अंतरिक्ष यान कई रॉकेटों को जोड़कर बनाया जाता है अर्थात् अंतरिक्ष यान में कई चरणीय रॉकेट होते हैं। निचले चरण के रॉकेट अपने कार्य को करके नीचे गिरते हैं, किन्तु पे-लोड पृथ्वी की कक्षा में रह जाता है। भारत का प्रथम अंतरिक्ष यान एसएलवी-3 चार ठोस नोदक रॉकेट से मिलकर बना है। प्रक्षेपण यान या रॉकेट अंतरिक्ष यान में लगाये जाते हैं। अलग-अलग प्रकार के उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए अलग अलग रॉकेट प्रौद्योगिकी प्रयोग की जाती है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख