तुरही

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तुरही एक वाद्य यंत्र है। लगभग चार हाथ लम्बी तुरही धातु से बनी होती है। जो प्रायः मांगलिक पर्वों पर बजाई जाती है।

  • महाराष्ट्र में तुरही का बहुत प्रचार है।
  • तुरही में कोई छिद्र नही होता, केवल हवा फूँककर उसके विभिन्न दवाबों, ऊँचे-नीचे स्वरों की उत्पति की जाती है। इसीलिए इसमें दो-तीन स्वर बहुत तेज आवाज़ से निकलते हैं।
  • इसकी आकृति अर्धचन्दाकार रूप में होती है।


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