अतिबला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
दिनेश (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:09, 25 नवम्बर 2012 का अवतरण (''''अतिबला''' एक अति प्राचीन युद्ध विद्या का नाम है। इस व...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

अतिबला एक अति प्राचीन युद्ध विद्या का नाम है। इस विद्या के ज्ञान से श्रम और ज्वरादिका भय नष्ट होता है और पराक्रम में वृद्धि होती है। रामायण के अनुसार दशरथ पुत्र राम ने यह विद्या विश्वामित्र से सीखी थी।[1]

अन्य प्रसंग
  • मत्स्यपुराण[2] के प्रसंगानुसार अन्धकासुर वध के समय महादेव द्वारा सृष्ट एक मानस मातृका का नाम अतिबला था।
  • एक दूसरे प्रसंगानुसार सहदेवी आदि अष्ट महौषधियों में से एक अतिबला भी है, जिसका उपयोग महास्नान में किया जाता है।[3]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 16 |
  2. मत्स्यपुराण 178.12
  3. मत्स्यपुराण 266.12-14

संबंधित लेख