मोती डुंगरी जयपुर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रेणु (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:33, 5 जून 2010 का अवतरण ('*मोती डुंगरी का निर्माण वर्ष 1882 ई॰ में हुआ था। *यहाँ व...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • मोती डुंगरी का निर्माण वर्ष 1882 ई॰ में हुआ था।
  • यहाँ वर्ष 1928 ई॰ तक अलवर के शाही परिवारों का आवास रहा था।
  • महाराजा जयसिंह ने इसे तुड़वाकर यहाँ इससे भी ख़ूबसूरत इमारत बनवाने का फ़ैसला किया।
  • इसके लिए उन्होंने यूरोप से विशेष सामान मंगाया था, लेकिन दुर्भाग्यवश जिस जहाज में सामान आ रहा था, वह डूब गया।
  • जहाज डूबने पर महाराज जयसिंह ने इस इमारत को बनवाने का इरादा छोड़ दिया।
  • इमारत न बनने से यह फ़ायदा हुआ कि पर्यटक इस पहाड़ी पर बेरोक-टोक चढ़ सकते हैं और शहर के सुन्दर दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।