चक्रवर्ती
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चक्रवर्ती से तात्पर्य है कि प्राचीन समय में जिस राजा का (रथ) चक्र समुद्र पर्यंत चलता था, उसको 'चक्रवर्ती' कहा जाता था।
- ऐसे राजा को अश्वमेध या राजसूय यज्ञ करने का अधिकार होता था।
- भारत के प्राचीन साहित्य में ऐसे राजाओं की कई सूचियाँ पाई जाती हैं।
- मान्धाता और ययाति प्रथम चक्रवर्तियों में से थे।
- समस्त भारत को एक शासन सूत्र में बाँधना चक्रवर्तियों का प्रमुख आदर्श होता था।
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