राजपथ
राजपथ दिल्ली का शाही मार्ग है। यह प्रसिद्ध राष्ट्रपति भवन से शुरू होकर विजय चौक, इंडिया गेट होते हुये दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय तक जाता है। यह भारतीय गणतन्त्र का समारोह मार्ग है। भारत के सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में होने के साथ यह पेड़ों, तालाबों और हरे लॉन से दोनों ओर से घिरा है।
इतिहास
राजपथ को 1947 से पहले 'किंग्स् वे' कहा जाता था। यह पश्चिम में राष्ट्रपति भवन से विजय चौक होकर पूर्व में इण्डिया गेट होकर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम तक जाता है। इसके दोनों ओर घास और सुन्दर मैदान आच्छादित हैं। और एक एक झील साथ साथ चलती है, जो कि इसकी सुन्दरता में चार चाँद लगाती है। यहाँ मार्ग पश्चिम में रायसीना की पहाड़ी पर चढ कर भारत के राष्ट्रपति के आवास राष्ट्रपति भवन जाती है, जिसके दोनों ओर प्रशासनिक केन्द्र या सचिवालय उत्तरी खण्ड नार्थ ब्लॉक व दक्षिणी खण्ड साउथ ब्लॉक हैं।
गणतन्त्र दिवस समारोह
प्रतिवर्ष 26 जनवरी को वार्षिक गणतन्त्र दिवस परेड इसी सड़क पर आयोजित होती है। लोकप्रिय भारतीय राजनीतिज्ञों की शवयात्रा इसी सड़क से होकर गुजरती है। जबकि यह सड़क सीधी रायसेना की पहाड़ियों से गुजरती है और राष्ट्रपति भवन पर समाप्त होती है और उत्तरी ओर से एक सड़क कनॉट प्लेस से आकर इसमें मिलती है। राजपथ के आसपास महत्वपूर्ण इमारतों में सचिवालय भवन, भारत के राष्ट्रपति का निवास स्थान राष्ट्रपति भवन, विजय चौक और इण्डिया गेट शामिल हैं। चूँकि इस पूरे परिक्षेत्र में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इमारते हैं इसलिये यह क्षेत्र भारी भरकम सुरक्षा व्यवस्था के साथ अतिसुरक्षित क्षेत्र है। दिल्ली शहर की रूपरेखा अंग्रेज़ी वास्तुकार एडविन लुटियंस द्वारा राजपथ को महत्वपूर्ण स्थान देते हुये बनाया था। राजपथ के आसपास की इमारतों का डिजाइन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर नामक एक और वास्तुकार ने बनाया था।[1]
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ राजपथ, दिल्ली (हिंदी) Hindi Native Planet। अभिगमन तिथि: 1 अगस्त, 2013।
बाहरी कड़ियाँ
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