आग्नेयास्त्र

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:03, 13 दिसम्बर 2013 का अवतरण ('{{अस्वीकरण}} '''आग्नेयास्त्र''' प्राचीन समय में युद्ध आ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में देखें अस्वीकरण

आग्नेयास्त्र प्राचीन समय में युद्ध आदि में प्रयुक्त होने वाला एक प्रमुख अस्त्र था। इस प्रकार के अस्त्र में किसी लोहे से 'बाण' या 'गोला' बनाकर उसमें ऐसे उच्च ज्वलनशील पदार्थ रखे जाते थे, जो अग्नि के लगने से वायु में धुंआ फेलने और सूर्य की किरण या वायु के संपर्क में आने से जल उठते थे। इन्हें किसी कमान या अन्य किसी मशीन की सहायता से शत्रु सेना पर दाग दिया जाता था।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. प्राचीन भारतीय अस्त्र विद्या (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 13 दिसम्बर, 2013।

संबंधित लेख