ब्रह्मपुत्र घाटी
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असम घाटी को दो उप भागों में विभाजित किया जा सकता है-
- ऊपरी असम घाटी
- निचली असम घाटी
- इस विभाजन का निर्धारण 94 अंश पूर्वी देशांतर के आधार पर किया गया है।
- ऊपरी असम घाटी में लखीमपुर, डिब्रूगढ़, जोरहाट, सिंबसागर ज़िले और दरांग ज़िले की तेलपुर तहसील शामिल है। दक्षिणी एवं दक्षिण पूर्वी सीमाओं की निम्न पहाड़ी श्रेणियों के अतिरिक्त यह एक एकाकी मैदान है।
- निचली असम घाटी के अंतर्गत नगांव, धुबरी, ग्वालपाड़ा, बारपेटा, कामरूप, नालबाड़ी, कोकराझार ज़िले तथा दरांग ज़िले का कुछ हिस्सा आते हैं। इसकी भू-आकृति एकरूप नहीं है क्योंकि इसमें मेघालय पठार के पर्वत स्कंधों (spurs) का अंतमेदन है।
- ब्रह्मपुत्र के दायें किनारे की सहायक नदियाँ यहाँ जालीनुमा (trellis) अपवाह और बायें किनारे की नदियाँ पादपाकार (dendritic) अपवाह प्रतिरूपों का निर्माण करती हैं।
- निचली ब्रह्मपुत्र घाटी के उत्तरी भागों में अनेक दलदलीय क्षेत्र विद्यमान हैं।
- ब्रह्मपुत्र नदी की घाटी में उपजाऊ जलोढ़ मैदान हैं, जो चावल और पटसन की खेती के लिए उपयुक्त हैं।
- यह चाय की खेती और अपने काजीरंगा और मानस राष्ट्रीय उद्यानों के लिए प्रसिद्ध है।