चर्म कला, राजस्थान

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
आरुष परिहार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:16, 3 मार्च 2015 का अवतरण (''''चर्म कला''' राजस्थान की प्रसिद्ध [[राजस्थान की हस्त...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

चर्म कला राजस्थान की प्रसिद्ध हस्तकलाओं में से एक है।

  • चमड़े के कार्य के लिए बीकानेर प्रसिद्ध है।
  • बीकानेर क्षेत्र में चमड़े से निर्मित जलपात्र कोपी कहलाती है।
  • चमड़ा उद्योग के विकास के लिए मानपुरा माचेड़ी में कॉमप्लेक्स की स्थापना की गई है।
  • यू.एन.ओ. अपने विकास कार्यक्रम के दौरान चर्म उद्योग के लिए नागौर जिलें के बडु गांव का चयन किया है।
विभिन्न जूतियाँ
  • मोजडी और नौरंगी जूतियाँ जोधपुर की प्रसिद्ध हैं।
  • नागरी और कामदार जूतियाँ जयपुर की प्रसिद्ध हैं। कामदार सबसे महंगी जूतियाँ है।
  • कसीदाकारी की जूतियां (भीनमाल) जालौर की प्रसिद्ध हैं।


इन्हें भी देखें: राजस्थानी कला, राजस्थानी धातु एवं काष्ठ कला एवं राजस्थान की हस्तकला


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख