रहिमन देख बड़ेन को -रहीम

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:24, 10 फ़रवरी 2016 का अवतरण ('<div class="bgrahimdv"> रहिमन देख बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि।<br /> ज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

रहिमन देख बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि।
जहाँ काम आवै सुई, कहा करै तलवारि॥

अर्थ

बड़ों को देखकर छोटों को भगा नहीं देना चाहिए। क्योंकि जहाँ छोटे का काम होता है वहाँ बड़ा कुछ नहीं कर सकता। जैसे कि सुई के काम को तलवार नहीं कर सकती।


पीछे जाएँ
पीछे जाएँ
रहीम के दोहे
आगे जाएँ
आगे जाएँ


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख