शतभिषा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
नवनीत कुमार (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:06, 20 मार्च 2016 का अवतरण (''''शतभिषा''' नामक नक्षत्र का उल्लेख पौराणिक महाकाव...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें

शतभिषा नामक नक्षत्र का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार यह सत्ताईस नक्षत्रों में से एक नक्षत्र था, जिसके योग में अगर और चंदन सहित सुगंधित पदार्थों का दान करने वाला पुरुष परलोक में अप्सराओं का समुदाय तथा अक्षयलोक प्राप्त करता है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

[2]

  1. महाभारत अनुशासन पर्व 64.30
  2. पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 487 |

संबंधित लेख