कोटिलिंगेश्वर मंदिर
कोटिलिंगेश्वर मंदिर (Kotilingeshwara temple) कर्नाटक के कोल्लार ज़िले के काम्मासांदरा नामक गाँव में स्थित है। भगवान भोलेनाथ का एक अद्वितीय और अति विशाल शिवलिंग यहाँ स्थित है, जिसके लिए यह मंदिर प्रसिद्ध हैI भोलेनाथ के इस विशाल शिवलिंग को पूरी दुनिया में ‘कोटिलिंगेश्वर’ के नाम से जाना जाता है। चारों तरफ़ छोटे-छोटे करोड़ों शिवलिंगों से घिरा शिव का यह प्रतीक पावन, सुंदर और शांत प्रकृति के हरियाले आंचल में बसा है। प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में भक्तजन यहाँ दर्शन करने के लिए आते हैं।
कोटिलिंगेश्वर मंदिर ककिनाड़ा से 45 कि.मी. दूर द्रक्षारमम मंदिर के पास स्थित है। यह राजामुंद्री शहर के पास में ही है। दशवीं शताब्दी में बना यह मंदिर राजामुंद्री का प्रमुख आकर्षण है। यहाँ पूरे साल बड़ी संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर में पूजा करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं। एक मान्यता यह है कि जब भगवान इंद्र को गौतम नाम के एक ज्ञानी ने शाप दिया था तो उन्होंने इस शाप से मुक्ति पाने के लिए कोटिलिंगेश्वर मंदिर में शिवलिंग को स्थापित किया। कहा जाता है कि शाप से मुक्ति पाने के लिए इंद्र ने 10 लाख नदियों के पानी से शिवलिंग का अभिषेक किया था।
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