मकर

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मकर एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मकर (बहुविकल्पी)
मकर पर बैठे वरुण देव

मकर हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार एक मिथक चरित्र है जो देवी गंगा और वरुण का वाहन है। यह प्रेम और वासना के हिन्दू देवता कामदेव का प्रतीक चिह्न भी है और उनके ध्वज जिसे कर्कध्वज कहा जाता है यह अत्यंत कामुक प्राणी है, इसलिए कामदेव की ध्वजा पर 'काम' के प्रतीक के रूप में मकर का चिह्न होता है। स्थापत्य, मूर्तिकला में श्रृंगार भाव की अभिव्यक्ति के लिए मकर का चिह्न अंकित होता है।

मान्यताएँ एवं कथाएँ

परंपरागत रूप से मकर को एक जलीय प्राणी माना जाता है, और कुछ पारंपरिक कथाओं मे इसे मगरमच्छ से जोड़ा गया है, जबकि कुछ अन्य कथाओं मे इसे एक सूंस (डॉल्फिन) माना गया है। कुछ स्थानों पर इसका चित्रण एक ऐसे जीव के रूप मे किया गया है जिसका शरीर तो मीन का है किंतु सिर एक गज का। पारंपरिक रूप से मकर जल से संबंधित जीव है, वह जल जो अस्तित्व और प्रजनन का स्रोत है।



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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