राष्ट्रीय अनुदान मिशन
राष्ट्रीय ज्ञान आयोग की सिफारिशों के आधार पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सभी अनुवाद कार्यकलापों, सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों रूपों में, जितनी संभव हो सकें उतनी भारतीय भाषाओं में, क्लीयरिंग हाऊस के रूप में कार्य करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय अनुवाद मिशन की स्थापना की है ताकि विभिन्न स्तरों पर तथा विभिन्न कार्यकलापों में अनुदित सामग्री के प्रयोक्ताओं और जन साधारण तथा निजी एजेंसियों के मध्य सम्पर्क स्थापित किया जा सके; विशेषत: प्राकृतिक और सामाजिक विज्ञान में सभी स्तरों पर (प्राथमिक स्तर से लेकर तृतीयक स्तरीय शिक्षा सहित) शैक्षणिक सामग्रियों के अनुवाद को प्राथमिकता दी जा सके; उच्च गुणवत्ता वाले अनुवाद के माध्यम से देश तथा विदेशों में भारतीय भाषाओं और साहित्यों को आगे लाया जा सके।
राष्ट्रीय अनुवाद मिशन का संचालन भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर द्वारा एक नोडल संगठन के रूप में, कार्यान्वित किया जा रहा है। दिनांक 27 अक्टूबर, 2008 के आदेशों द्वारा सर्वोच्च निर्णय लेने वाले निकाय के रूप में राष्ट्रीय अनुवाद मिशन की एक परियोजना अनुमोदन समिति (पीएसी) गठित की गई है। यह भारत सरकार को भाषाओं के अनुवाद संबंधी मामलों में सलाह देगी और सभी अनुवाद कार्यकलापों के लिए क्लीयरिंग हाऊस के रूप में कार्य करेगी। यह अनुदित सामग्री के प्रयोक्ताओं के मध्य एक सम्पर्क भी स्थापित करेगी। परियोजना अनुमोदन समिति में भाषाओं और अनुवाद का कार्य करने वाले विश्वविद्यालयों/विभागों से विशेषज्ञों, पुस्तक-विक्रेताओं और प्रकाशक संघ के प्रतिनिधियों, निजी संगठनों/कॉरपोरेट हाऊस इत्यादि से अनुवाद कार्य से जुड़े विशेषज्ञों को शामिल किया गया है।
राष्ट्रीय अनुवाद मिशन की पीएसी की पहली बैठक नई दिल्ली में दिसंबर, 2008 में आयोजित की गई, जिसमें मुख्य ध्यान अनुदित किए जाने वाले विषय तथा जानकारी से संबंधित पाठों को प्राथमिकता देने पर दिया गया। इस संबंध में कोई उल्लेखनीय प्रगति नहीं हुई है, हालांकि अनुवाद के लिए जानकारीमूलक 14 विषयों में पाठों का चयन किया गया है। राष्ट्रीय अनुवाद मिशन के लिए निर्धारित कार्यों को करने हेतु अनुवादकों के रूप में स्वयं को पंजीकृत करने के प्रयोजनार्थ इच्छुक व्यक्तियों हेतु सर्चेबल डाटाबेस तैयार किया गया तथा राष्ट्रीय अनुवाद मिशन की वेबसाइट के साथ समेकित किया गया। 2200 से अधिक अनुवादकों के प्रोफाइल को इस डाटाबेस में शामिल किया गया है।
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