बरुआ सागर क़िला

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 06:45, 6 अप्रैल 2021 का अवतरण
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
बरुआ सागर क़िला

बरुआ सागर क़िला (अंग्रेज़ी: Barua Sagar Fort) एक प्राचीन क़िला है जो झाँसी में बरुआ सागर झील के सामने सीधा खड़ा है। यह एक राजसी स्थल है, जो ओरछा और झांसी के शहरों से लगभग 20 कि.मी. दूर है और खजुराहो के मार्ग पर स्थित है।

  • बरुआ सागर क़िला सन 1744 में मराठों और बुंदेलों के बीच लड़े गए युद्ध के मैदान को चिह्नित करता है।
  • यहाँ सुंदर बरुआ सागर झील है जिसे लगभग 260 साल पहले बनाया गया था, जब ओरछा के राजा उदित सिंह द्वारा एक तटबंध बनाया गया था।
  • तटबंध संरचना वास्तुकला और इंजीनियरिंग का एक अनूठा उदाहरण है।
  • झील के उत्तर-पूर्व की ओर ग्रेनाइट से निर्मित दो पुराने चंदेल मंदिरों के खंडहर हैं।
  • झील के किनारे बैठकर किले को देखना एक सुखद अनुभव है। वहां से वह बहुत ही खूबसूरत लगता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख