विभक्त टोटम

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विभक्त टोटम (अंग्रेज़ी: Split Totem) अर्थात वह टोटम जिसमें किसी पशु या पक्षी को पूरे तौर पर टोटम न मानकर उसके शरीर के किसी एक अंग को, जैसे- उसके दिल को, यकृत को या खाल को टोटम माना जाता है।

  • इस प्रकार के विभक्त टोटम की उत्पत्ति तब होती है जब मूल गोत्र भी अनेक भागों में बँट जाता है।
  • पहले जबकि यह गोत्र अविभाजित था, तब एक पशु पूरे तौर पर ही उस गोत्र का टोटम था, परन्तु जैसे-जैसे गोत्र विभिन्न भागों में बांट जाने लगे, वैसे-वैसे प्रत्येक भाग ने उस पशु के शरीर के एक-एक अंग को टोटम के रूप में ग्रहण कर लिया; जिससे कि प्रत्येक भाग की अपनी कुछ विशिष्टता बनी रहे।
  • इस प्रकार गोत्र के विभक्त होने के साथ-साथ टोटम पशु भी विभक्त होते जाते हैं, इसीलिए इसे विभक्त टोटम कहा जाता है।
  • भारत में छोटा नागपुर की जनजातियों में ऐसे टोटम के उदाहरण मिलते है। वहां पर जैसे ही एक गोत्र का आकार बड़ा हो जाता है, वैसे ही वह गोत्र कुछ उपगोत्रो में बंट जाता हैं और प्रत्येक उपगोत्र अपने मूल टोटम पशु, पक्षी या पेड़-पौधे के एक अंग विशेष को टोटम के रूप में अपनाकर संतोष कर लेता है।

इन्हें भी देखें: टोटम एवं टोटम प्रथा


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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