ए. वी. रामा राव
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
अल्ला वेंकट रामा राव (अंग्रेज़ी: Alla Venkata Rama Rao, जन्म- 2 अप्रॅल, 1935) भारतीय रसायनशास्त्री और आविष्कारक हैं। वह दवा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने अग्रणी शोध के लिए जाने जाते हैं। वह 'ए. वी. रामा राव रिसर्च फाउंडेशन' के संस्थापक हैं, जो रसायन विज्ञान में अनुसंधान और डॉक्टरेट अध्ययन को बढ़ावा देने वाला एक गैर-सरकारी संगठन है। यह संगठन चिकित्सा विज्ञान में उपयोग किए जाने वाले मध्यवर्ती और सक्रिय फार्मास्युटिकल अवयवों में काम करने वाला एक एवरा लेबोरेटरीज है।
- भारतीय विज्ञान अकादमी, बेंगलुरु ने 1985 में ए. वी. रामा राव को अपना फेलो चुना था।
- इंडियन नेशनल साइंस एकेडमी और नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, भारत और दो अन्य प्रमुख विज्ञान अकादमियों ने ए. वी. रामा राव को क्रमशः 1986 और 1989 में फेलो के रूप में चुनकर उनका अनुसरण किया।
- इसके बाद तीसरी विश्व विज्ञान अकादमी ने भी उन्हें 1995 में एक फेलो के रूप में चुना।
- ए. वी. रामा राव ने 1982 में के. जी. नाइक पदक प्राप्त किया और दो साल बाद उन्हें 1984 के वासविक औद्योगिक अनुसंधान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- भारत सरकार ने उन्हें 1991 के गणतंत्र दिवस सम्मान सूची में नागरिक पुरस्कार पद्म श्री के लिए शामिल किया। 2016 में पद्म भूषण मिला।
- 1992 में ए. वी. रामा राव को एशियाटिक सोसाइटी के दुर्गा प्रसाद खेतान मेमोरियल मेडल से सम्मानित किया गया और 1993 में काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च टेक्नोलॉजी अवार्ड उनके पास पहुंचा।
|
|
|
|
|