अध्यग्नि

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अध्यग्नि (अव्य.) [अग्नौ अग्नेः समीपे वा इति विग्रहे, अव्य. स.]

  • विवाह संस्कार की अग्नि के निकट या ऊपर, (नपुं.-ग्मि) विवाह के अवसर पर अग्नि को साक्षी करके स्त्री को दिया जाने वाला उपहार, धन-विवाहकाले यत्स्त्रीभ्यो दीयते यग्निसन्निधौ, तदध्यग्निकृतं सदिभः स्त्रीधनं परिकीर्तितम्।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 33 |

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