अनपायिन्‌

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अनपायिन् (विशेषण) [अनपाय+णिनि]

  • अनश्वर, दृढ़, स्थिर, अचूक, सतत टिकाऊ, अचल-प्रसादाभिमुखे तस्मिन् श्रीरासीदनपायिनी -रघु. 17/46, 8/17, अनपायिनि संशयद्रुमे गजभग्ने पतनाय वल्लरी-कु. 4/31[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 36 |

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