अर्पणम्‌

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अर्पणम् [ऋ+णिच्+ल्युट् पुकागमः]

1. रखना, स्थिर करना, जमाना,-पादार्पणानुग्रहपूतपृष्ठस्-रघु. 2/35
2. बीच में डालना, रखना
3. देना, भेंट करना, त्यागना,-स्वदेहार्पणनिष्क्रयेण-रघु. 2/55, मुखार्पणेषु प्रकृतिप्रगल्भाः-13/9, तत्कुरुष्व मदर्पणम्-भग. 9/27
4. वापस करना, देना, लौटा देना न्यास अमर.
5. छेदना, गोदना-तीक्ष्णतुण्डार्पणैग्रीवां नखैः सर्वां व्यदारयत्-रामा. ।[1]


इन्हें भी देखें: संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेताक्षर सूची), संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश (संकेत सूची) एवं संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. संस्कृत-हिन्दी शब्दकोश |लेखक: वामन शिवराम आप्टे |प्रकाशक: कमल प्रकाशन, नई दिल्ली-110002 |पृष्ठ संख्या: 108 |

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