माण्डा
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- चेनाब नदी के दक्षिणी किनारे पर स्थित यह विकसित हड़प्पा संस्कृति का सबसे उत्तरी स्थल है।
- इसका उत्खनन 1982 में 'जे.पी. जोशी' तथा 'मधुबाला' द्वारा करवाया गया था।
- उत्खनन से प्राप्त यहां से तीन सांस्कृतिक स्तर
- प्राक् सैन्धव,
- विकसित सैंधव, तथा
- उत्तर कालीन सैंधव प्रकाश में आए।
- यहां विशेष प्रकार के मृदभांड (मिट्टी के बर्तन), गैर हड़प्पा से सम्बद्ध कुछ ठीकरा पक्की मिट्टी की पिण्डिकाएं (टेराकोटा केक) आदि प्राप्त हुए है।
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