मिर्ज़ा ग़ियासबेग

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:26, 3 दिसम्बर 2010 का अवतरण ('*गियासबेग़ ईरान से आया था और अक़बर का दरबारी था। *व...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:नेविगेशन, खोजें
  • गियासबेग़ ईरान से आया था और अक़बर का दरबारी था।
  • वह प्रसिद्ध नूरजहाँ का पिता था, जिससे बादशाह जहाँगीर ने 1611 ई. में विवाह किया था।
  • गियासबेग़ तथा उसके बेटे आसफ़ ख़ाँ को जहाँगीर ने अपने दरबार में बड़े ऊँचे पद प्रदान किये थे।
  • उसकी मृत्यु 1622 ई. में हुई और उसकी प्यारी बेटी, मलका नूरजहाँ ने उसकी क़ब्र पर सफ़ेद संगमरमर का सुन्दर मक़बरा बनवाया।
  • गियासबेग़ के मक़बरे का नाम इत्मादुद्दौला है।
  • मुग़ल इमारतों में उसके जोड़ की कोई दूसरी इमारत नहीं है। अपनी नफ़ासत और महीन पच्चीकारी में यह इमारत अपने आप में एक बेहतर नमूना है।-फ़र्गुसन
  • बादशाह जहाँगीर द्वारा गद्दी पर बैठने के बाद मिर्ज़ा गियासबेग़ को इत्मादुद्दौला उपाधि प्रदान की गई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ