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11:43, 10 जनवरी 2011 का अवतरण
- बिहार में स्थित ओदंतपुरी को उदंतपुरी भी कहते हैं।
- आठवीं सदी के मध्य में बंगाल और बिहार में, पाल वंश के संस्थापक गोपाल ने यहाँ एक महाविहार की स्थापना की थी।
- यह एक महत्त्वपूर्ण विद्या केन्द्र बन गया था।
- इसके समृद्धिकाल में यहाँ एक हजार विद्यार्थी शिक्षा पाते थे।
- यहाँ का सर्वप्रथम विद्यार्थी दीपंकर था, जो बाद में विक्रमशिला महाविद्यालय का प्रधान आचार्य बना और जिसने तिब्बत जाकर वहाँ लामा संस्था की स्थापना की।
- तेरहवीं सदी के प्रारम्भ में मुसलमान आक्रांताओं ने इसे नष्ट कर दिया।
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