"चित्र:Lekhan-Samagri-12.jpg" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
छो (Text replace - "महत्व" to "महत्त्व")
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 +
{{चित्र सूचना
 +
|विवरण=[[चीन]] के हान राजवंश (206 ई. पू.-220 ई.) में [[काग़ज़]] बनाने की प्रक्रिया <br />1. पेड़ की छाल या सन को पानी में भिगोना <br />2. लुगदी को उबालना<br />3. उबली लुगदी से काग़ज़ बनाना<br />4. काग़ज़ को गर्म करके सुखाना
 +
|चित्रांकन=
 +
|दिनांक=
 +
|स्रोत=
 +
|प्रयोग अनुमति=
 +
|चित्रकार=
 +
|उपलब्ध=
 +
|प्राप्ति स्थान=
 +
|समय-काल=
 +
|संग्रहालय क्रम संख्या=
 +
|आभार=
 +
|आकार=
 +
|अन्य विवरण=मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि [[लिपि]], [[भाषा]] और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन [[संस्कृति]] को ठीक से समझना।
 +
}}
  
 +
__INDEX__

10:52, 13 मार्च 2011 के समय का अवतरण


चित्र जानकारी
विवरण (Description) चीन के हान राजवंश (206 ई. पू.-220 ई.) में काग़ज़ बनाने की प्रक्रिया
1. पेड़ की छाल या सन को पानी में भिगोना
2. लुगदी को उबालना
3. उबली लुगदी से काग़ज़ बनाना
4. काग़ज़ को गर्म करके सुखाना
अन्य विवरण मानव जाति के इतिहास में लेखन-सामग्री ने बड़ी महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। लेखन-सामग्री ने न केवल मानव संस्कृति व इतिहास को सुरक्षित रखने में योगदान दिया है, बल्कि लिपि, भाषा और मनुष्य की चिंतनधारा को भी काफ़ी गहराई से प्रभावित किया है। अतः प्राचीन लेखन-सामग्री को जानने का मतलब है, प्राचीन संस्कृति को ठीक से समझना।




फ़ाइल का इतिहास

फ़ाइल पुराने समय में कैसी दिखती थी यह जानने के लिए वांछित दिनांक/समय पर क्लिक करें।

दिनांक/समयअंगुष्ठ नखाकार (थंबनेल)आकारप्रयोक्ताटिप्पणी
वर्तमान10:31, 14 फ़रवरी 201110:31, 14 फ़रवरी 2011 के संस्करण का अंगूठाकार प्रारूप।1,152 × 1,691 (407 KB)फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान)

इस फ़ाइल का प्रयोग नीचे दिए गए 3 पन्नों पर हो रहा है: