"ग्रसनी" के अवतरणों में अंतर
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09:03, 21 मार्च 2011 के समय का अवतरण
(अंग्रेज़ी:Pharynx) इस लेख में मानव शरीर से संबंधित उल्लेख है। ग्रसनी आहारनाल का अंग होती हैं। ग्रसनी मुखग्रासन गुहिका का पिछला छोटा भाग होता है। इसके पृष्ठ भाग को नासाग्रसनी तथा आहार भाग को मुखग्रसनी कहते हैं। नासाग्रसनी ग्लॉटिस द्वारा श्वासनली में खुलती हैं घाटी द्वार पर उपास्थि का बना एपीग्लॉटिस होता है। भोजन निगलते समय एपीग्लॉटिस ग्लॉटिस को ढँक लेता है, जिससे भोजन ग्रासनली में प्रविष्ट नहीं होता है।
मुखग्रसनी गुहिका ग्रसिका द्वारा ग्रासनली में खुलती है।
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