एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "१"।

"एकसाल" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{{पुनरीक्षण}} वाल्मीकि-रामायण के अनुसार [[भरत]...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(कोई अंतर नहीं)

11:30, 24 जून 2011 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

वाल्मीकि-रामायण के अनुसार भरत ने केकय-देश से अयोध्या आते समय अयोध्या के पश्चिम की ओर इस स्थान पर स्थाणुमती नदी को पार किया था,

'एकसाले स्थाणुमती विनते गोमती नदी, कलिंगनगरे चापि प्राप्य सालवनं तदा'[1]

बौद्ध साहित्य[2] में इसे कोसल-देश का एक ब्राह्मणों का ग्राम बताया गया है, यहाँ बुद्ध ने मार को विजित किया था।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अयोध्या. 71, 16।
  2. (संयुत्त. 1, पृ. 111)

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख