एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "०"।

"सदस्य:लक्ष्मी गोस्वामी/अभ्यास" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 46: पंक्ति 46:
 
-अद्वैत  
 
-अद्वैत  
 
+[[शुद्धाद्वैतवाद|शुद्धाद्वैत]]  
 
+[[शुद्धाद्वैतवाद|शुद्धाद्वैत]]  
-द्वैताद्वैत  
+
-[[द्वैताद्वैतवाद|द्वैताद्वैत]]
-विशिष्टाद्वैत
+
-[[विशिष्टाद्वैत दर्शन|विशिष्टाद्वैत]]
 
||वल्लभाचार्य ने अपने शुद्धाद्वैत दर्शन के आधार पर इस मत का प्रतिपादन किया, कि जो [[भक्त]] साधन निरपेक्ष हो, भगवान के अनुग्रह से स्वत: उत्पन्न हो और जिसमें भगवान दयालु होकर स्वत: जीव पर दया करें, वह पुष्टिभक्ति कहलाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शुद्धाद्वैतवाद]]
 
||वल्लभाचार्य ने अपने शुद्धाद्वैत दर्शन के आधार पर इस मत का प्रतिपादन किया, कि जो [[भक्त]] साधन निरपेक्ष हो, भगवान के अनुग्रह से स्वत: उत्पन्न हो और जिसमें भगवान दयालु होकर स्वत: जीव पर दया करें, वह पुष्टिभक्ति कहलाती है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[शुद्धाद्वैतवाद]]
  
पंक्ति 56: पंक्ति 56:
 
+[[सूरसागर]]
 
+[[सूरसागर]]
 
-[[पद्मावत]]
 
-[[पद्मावत]]
||[[चित्र:Surdas.jpg|सूरदास|100px|right]]'सूरसागर'[[सूरदास]] जी का प्रधान एवं महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है। इसमें प्रथम नौ अध्याय संक्षिप्त है, पर दशम स्कन्ध का बहुत विस्तार हो गया है। इसमें [[भक्ति]] की प्रधानता है। इसके दो प्रसंग '[[कृष्ण]] की बाल-लीला' और 'भ्रमर-गीतसार' अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूरसागर]]  
+
||[[चित्र:Surdas.jpg|सूरदास|100px|right]]'सूरसागर' [[सूरदास]] जी का प्रधान एवं महत्त्वपूर्ण [[ग्रन्थ]] है। इसमें प्रथम नौ अध्याय संक्षिप्त है, पर दशम स्कन्ध का बहुत विस्तार हो गया है। इसमें [[भक्ति]] की प्रधानता है। इसके दो प्रसंग '[[कृष्ण]] की बाल-लीला' और 'भ्रमर-गीतसार' अत्यधिक महत्त्वपूर्ण हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[सूरसागर]]  
  
 
{'गागर में सागर' मुहावरे का अर्थ क्या है?
 
{'गागर में सागर' मुहावरे का अर्थ क्या है?
पंक्ति 100: पंक्ति 100:
 
-आदर्शवादी  
 
-आदर्शवादी  
  
{'शोभित कर नवनीत लिए, घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए'। इन पंक्तियों में कौन-सा [[रस]] है?
+
{<poem>'शोभित कर नवनीत लिए
 +
घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए'</poem>। इन पंक्तियों में कौन-सा [[रस]] है?
 
|type="()"}
 
|type="()"}
 
-श्रृंगार रस
 
-श्रृंगार रस
पंक्ति 113: पंक्ति 114:
 
+[[बिहारी]]  
 
+[[बिहारी]]  
 
-[[देव]]
 
-[[देव]]
||[[चित्र:Bihari-Lal.jpg|बिहारी|100px|right]][[हिन्दी साहित्य]] के रीतिकाल के कवियों में [[बिहारीलाल]] का नाम महत्त्वपूर्ण है। महाकवि बिहारीलाल का जन्म 1595 के लगभग [[ग्वालियर]] में हुआ। वे जाति के माथुर चौबे थे। उनके [[पिता]] का नाम केशवराय था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिहारी]]
+
||[[चित्र:Bihari-Lal.jpg|बिहारी|80px|right]][[हिन्दी साहित्य]] के रीतिकाल के कवियों में [[बिहारीलाल]] का नाम महत्त्वपूर्ण है। महाकवि बिहारीलाल का जन्म 1595 के लगभग [[ग्वालियर]] में हुआ। वे जाति के माथुर चौबे थे। उनके [[पिता]] का नाम केशवराय था।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[बिहारी]]
 
</quiz>
 
</quiz>
 
|}
 
|}
 
|}
 
|}
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__

08:11, 29 अक्टूबर 2011 का अवतरण

हिन्दी

1 हिन्दी साहित्य के इतिहास के सर्वप्रथम लेखक का नाम क्या है?

जॉर्ज ग्रियर्सन
शिवसिंह सेंगर
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
गार्सा द तासी

2 'प्रेमसागर' के लेखक कौन हैं।

इंशा अल्ला खाँ
मुंशी प्रेमचन्द
लल्लू लाल
मुंशीं सदासुख लाल

4 जिन शब्दों के अंत में 'अ' आता है, उन्हें क्या कहते हैं?

अनुस्वार
अयोगवाह
अंत:स्थ
अकारांत

5 सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला की कविता 'जूही की कली' किसका उदाहरण है?

वर्णिक छंद का
मात्रिक छंद का
मुक्त छंद का
इनमें से कोई नहीं

6 वल्लभाचार्य किस सम्प्रदाय के संस्थापक हैं?

अद्वैत
शुद्धाद्वैत
द्वैताद्वैत
विशिष्टाद्वैत

7 निम्न में से किस पुस्तक में 'भ्रमरगीत' का प्रसंग है?

रामचरितमानस
विनय पत्रिका
सूरसागर
पद्मावत

8 'गागर में सागर' मुहावरे का अर्थ क्या है?

गगरी को सागर में डुबोना
अपनी बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना
संक्षेप में गहरी बात कहना
छोटी बात को बहुत शब्दों में व्यक्त करना

9 2007 ई. का आठवां 'विश्व हिन्दी सम्मेलन' कहाँ आयोजित हुआ था?

दिल्ली
लंदन
मॉरिशम
न्यूयॉर्क

10 चौपाई के चारों चरणों में कितनी मात्राएँ होती है?

तेरह
सत्रह
चौदह
सोलह

11 अपभ्रंश शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया?

भरत
पतंजलि
राजशेखर
भामह

12 भारतेन्दु हरिशचंद्र के अनुसार हिन्दी नयी चाल में कब ढली?

1880 ई.
1857 ई.
1873 ई.
1860 ई.

13 'तोड़ती पत्थर' कैसी कविता है?

व्यंग्यपरक
उपदेशात्मक
यथार्थवादी
आदर्शवादी

14

'शोभित कर नवनीत लिए
घुटरुनि चलत रेनु तन मण्डित मुख दधि लेप किए'

। इन पंक्तियों में कौन-सा रस है?

श्रृंगार रस
हास्य रस
करुण रस
वत्सल रस

15 रीतिकाल का वह कौन-सा कवि है, जो अपनी मात्र एक कृति से हिन्दी साहित्य में अमर हो गया?

रहीम
मतिराम
बिहारी
देव