"अंगारे को तुम ने छुआ -कन्हैयालाल नंदन" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
('{| style="background:transparent; float:right" |- | {{सूचना बक्सा कविता |चित्र=Kanhailal Nandan.j...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 31: पंक्ति 31:
 
{{Poemopen}}
 
{{Poemopen}}
 
<poem>
 
<poem>
अंगारे को तुम ने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ
+
अंगारे को तुम ने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ,
इतनी सी बात पर आंगारे को तोहमत ना लगाओ
+
इतनी सी बात पर अंगारे को तोहमत ना लगाओ।
आग भी कभी-कभी अपना धर्म निभाती है
+
आग भी कभी-कभी अपना धर्म निभाती है,
 
और जलने वाले की क्षमता देख कर जलाती है।  
 
और जलने वाले की क्षमता देख कर जलाती है।  
 
</poem>
 
</poem>
पंक्ति 77: पंक्ति 77:
 
{{समकालीन कवि}}
 
{{समकालीन कवि}}
 
[[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:पद्य साहित्य]][[Category:कविता]][[Category:हिन्दी कविता]][[Category:काव्य कोश]]
 
[[Category:समकालीन साहित्य]][[Category:पद्य साहित्य]][[Category:कविता]][[Category:हिन्दी कविता]][[Category:काव्य कोश]]
[[Category:कन्हैयालाल नंदन]][[Category:इतिहास कोश]]
+
[[Category:कन्हैयालाल नंदन]][[Category:साहित्य कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__
 
__NOEDITSECTION__
 
__NOEDITSECTION__

04:36, 14 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण

अंगारे को तुम ने छुआ -कन्हैयालाल नंदन
कन्हैयालाल नंदन
कवि कन्हैयालाल नंदन
जन्म 1 जुलाई, 1933
जन्म स्थान फतेहपुर ज़िले के परसदेपुर गांव, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 25 सितंबर, 2010
मृत्यु स्थान दिल्ली
मुख्य रचनाएँ लुकुआ का शाहनामा, घाट-घाट का पानी, आग के रंग आदि।
बाहरी कड़ियाँ आधिकारिक वेबसाइट
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
कन्हैयालाल नंदन की रचनाएँ

अंगारे को तुम ने छुआ और हाथ में फफोला नहीं हुआ,
इतनी सी बात पर अंगारे को तोहमत ना लगाओ।
आग भी कभी-कभी अपना धर्म निभाती है,
और जलने वाले की क्षमता देख कर जलाती है।



















संबंधित लेख