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07:14, 25 मई 2010 का अवतरण
वज्र अस्त्र
ये दो प्रकार का होता है:-
- कुलिश वज्र
- अशानि वज्र
इसके ऊपर के तीन भाग तिरछे-टेढ़े बने होते हैं। बीच का हिस्सा पतला होता है। पर हाथ बड़ा वज़नदार होता है। इनका प्रयोग महाभारतकाल में किया जाता था।