"एजस द्वितीय" के अवतरणों में अंतर
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*एजस द्वितीय के नाम का पता भी उसके सिक्कों से चला है। | *एजस द्वितीय के नाम का पता भी उसके सिक्कों से चला है। | ||
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*सिक्कों में उसका नाम अश्पवर्मन के साथ आया है, जिससे प्रकट होता है कि भारतीयों और पार्थियन राजाओं में निकट सहयोग था। | *सिक्कों में उसका नाम अश्पवर्मन के साथ आया है, जिससे प्रकट होता है कि भारतीयों और पार्थियन राजाओं में निकट सहयोग था। | ||
13:43, 12 अप्रैल 2013 के समय का अवतरण
एजस द्वितीय पंजाब पर राज्य करने वाले एजस प्रथम का पौत्र था। वह अपने पितामह की गद्दी पर अपने पिता एजीलिसेस के बाद बैठा और 20 ई. तक राज्य किया।
- एजस द्वितीय के नाम का पता भी उसके सिक्कों से चला है।
- सिक्कों में उसका नाम अश्पवर्मन के साथ आया है, जिससे प्रकट होता है कि भारतीयों और पार्थियन राजाओं में निकट सहयोग था।
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