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12:16, 21 मार्च 2014 का अवतरण

भजन सुगम संगीत की एक शैली है। इसका आधार शास्त्रीय संगीत या लोक संगीत हो सकता है। इसको मंच पर भी प्रस्तुत किया जा सकता है लेकिन मूल रूप से यह यह किसी देवी या देवता की प्रशंसा में गाया जाने वाला गीत है। भारतीय संगीत के मुख्य रुप से तीन भेद किये जाते हैं। शास्त्रीय संगीत, सुगम संगीत और लोक संगीत। सामान्य रूप से उपासना की सभी भारतीय पद्धतियों में इसका प्रयोग किया जाता है। भजन मंदिरों में भी गाए जाते हैं।

कुछ विख्यात भजन रचनाकार

भजन गीत

इसमें शास्त्रीय संगीत की तरह बन्धन नहीं रहता। जिन गीतों में ईश्वर का गुणगान या उनसे प्रार्थना की जाती है, उन्हें भजन और जिन कविताओं को स्वर-ताल बद्ध करके गाते हैं, उन्हें गीत कहते हैं। राग-ताल नियमों से स्वतंत्र, आकर्षक रचनायें, भावानुकूल शब्दों द्वारा गीत रचना आदि इनकी विशेषताएँ होती हैं। अधिकतर ये दादरा और कहरवा ताल में होते हैं। इनमें और चित्रपट गीतों में मुख्य अन्तर यह है कि इनकी तुलना में चित्रपट गीतों की रचना बहुत चलती-फिरती और शब्द सस्ते ढंग के होते हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

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