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         '''[[योजना आयोग]]''' [[भारत सरकार]] की प्रमुख स्वतंत्र संस्थाओं में से एक है। इसका मुख्य कार्य '[[पंचवर्षीय योजना|पंचवर्षीय योजनाएँ]]' बनाना है। इस आयोग की स्थापना [[15 मार्च]], [[1950]] में हुई थी। योजना आयोग के पदेन अध्यक्ष [[भारत के प्रधानमंत्री]] होते हैं। इसके बाद योजना आयोग का उपाध्यक्ष संस्था के कामकाज को मुख्य रूप से देखता है। वित्तमंत्री और रक्षामंत्री योजना आयोग के पदेन सदस्य होते हैं। योजना आयोग किसी प्रकार से [[भारत]] की [[संसद]] के प्रति उत्तरदायी नहीं होता है। [[योजना आयोग|... और पढ़ें]]
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         '''[[श्राद्ध]]''' पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धा का प्रतीक हैं। [[हिन्दू धर्म]] के अनुसार, प्रत्येक शुभ कार्य के प्रारम्भ में [[माता]]-[[पिता]], पूर्वजों को [[नमस्कार]] या प्रणाम करना हमारा कर्तव्य है, हमारे पूर्वजों की वंश परम्परा के कारण ही हम आज यह जीवन जी रहे हैं। [[ब्रह्म पुराण]] ने श्राद्ध की परिभाषा इस प्रकार की है- 'जो कुछ उचित काल, पात्र एवं स्थान के अनुसार उचित (शास्त्रानुमोदित) विधि द्वारा पितरों को लक्ष्य करके श्रद्धापूर्वक [[ब्राह्मण|ब्राह्मणों]] को दिया जाता है', वह श्राद्ध कहलाता है। [[श्राद्ध|... और पढ़ें]]</poem>
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14:52, 9 सितम्बर 2014 का अवतरण

एक आलेख
श्राद्ध

        श्राद्ध पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धा का प्रतीक हैं। हिन्दू धर्म के अनुसार, प्रत्येक शुभ कार्य के प्रारम्भ में माता-पिता, पूर्वजों को नमस्कार या प्रणाम करना हमारा कर्तव्य है, हमारे पूर्वजों की वंश परम्परा के कारण ही हम आज यह जीवन जी रहे हैं। ब्रह्म पुराण ने श्राद्ध की परिभाषा इस प्रकार की है- 'जो कुछ उचित काल, पात्र एवं स्थान के अनुसार उचित (शास्त्रानुमोदित) विधि द्वारा पितरों को लक्ष्य करके श्रद्धापूर्वक ब्राह्मणों को दिया जाता है', वह श्राद्ध कहलाता है। ... और पढ़ें


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