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-अलवर शैली
 
-अलवर शैली
 
+कोटा शैली  
 
+कोटा शैली  
||राजा उम्मेद सिंह ने किस चित्रकला शैली को मौलिकता प्रदान की। राजा उम्मेद सिंह (1771-1820 ई.), के काल में कोटा शैली की बड़ी उन्नति हुई। राजा उम्मेद सिंह के शिकार के शौक के चलते चित्रकारों ने शिकार के चित्रण को काफी महत्त्व दिया।
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||राजा उम्मेद सिंह ने कोटा चित्रकला शैली को मौलिकता प्रदान की। राजा उम्मेद सिंह (1771-1820 ई.), के काल में कोटा शैली की बड़ी उन्नति हुई। राजा उम्मेद सिंह के शिकार के शौक के चलते चित्रकारों ने शिकार के चित्रण को काफी महत्त्व दिया।
  
{'आइने अकबरी' पुस्तक के लेखक कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-6
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{'[[आइना-ए-अकबरी]]' पुस्तक के लेखक कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-6
 
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-केशव
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-[[केशव]]
 
-जगन्नाथ
 
-जगन्नाथ
-दसवन्त
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-[[दसवन्त]]
 
+[[अबुल फ़ज़ल]]
 
+[[अबुल फ़ज़ल]]
||'आइने अकबरी' अकबर के दरबारी अबुल फजल द्वारा रचित (चित्रित) 'अकबरनामा' का ही एक भाग है। अकबरनामा तीन भागों में है जिसमें से तीसरे भाग को 'आइने अकबरी' कहते हैं। आइने अकबरी के भी अपने आप में पांच भाग हैं। मुगल साम्राज्य का भौगोलिक सर्वेक्षण तथा सभी प्रांतों विशेष तौर पर बंगाल के बारे में आंकड़ों पर आधारित विवरण प्रदान करता है। इस पुस्तक में शासन प्रणाली के नियमों का वर्णन किया गया है तथा इसमें अकबर द्वारा सभी सरकारी विभागों पर नियंत्रण के बारे में जानकरी मिलती है।
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||'आइने अकबरी' [[अकबर]] के दरबारी [[अबुल फ़ज़ल]] द्वारा रचित (चित्रित) '[[अकबरनामा]]' का ही एक भाग है। अकबरनामा तीन भागों में है जिसमें से तीसरे भाग को '[[आइना-ए-अकबरी]]' कहते हैं। आइने अकबरी के भी अपने आप में पांच भाग हैं। [[मुग़ल साम्राज्य]] का भौगोलिक सर्वेक्षण तथा सभी प्रांतों विशेष तौर पर [[बंगाल]] के बारे में आंकड़ों पर आधारित विवरण प्रदान करता है। इस पुस्तक में शासन प्रणाली के नियमों का वर्णन किया गया है तथा इसमें अकबर द्वारा सभी सरकारी विभागों पर नियंत्रण के बारे में जानकरी मिलती है।
  
 
{पहाड़ी पेंटिंगें किस समय विकसित थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-6
 
{पहाड़ी पेंटिंगें किस समय विकसित थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-6
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{राजा रवि वर्मा की मृत्यु किस वर्ष हुई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-6
 
{राजा रवि वर्मा की मृत्यु किस वर्ष हुई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-6
 
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+1906
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+[[1906]]
-1918
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-[[1918]]
-1941
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-[[1941]]
-1921
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-[[1921]]
||राजा रवि वर्मा का जन्म 29 अप्रैल, 1848 को केरल के एक छोटे कस्बे किलिमनूर (त्रावणकोर) में हुआ था। वे अपने विस्मय पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं जो मुख्यत: रामायण एवं महाभारत महाकाव्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। इनकी मृत्यु 2 अक्टूबर, 1906 को हुई थी।
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||राजा रवि वर्मा का जन्म [[29 अप्रैल]], [[1848]] को [[केरल]] के एक छोटे कस्बे किलिमनूर (त्रावणकोर) में हुआ था। वे अपने विस्मय पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं जो मुख्यत: [[रामायण]] एवं [[महाभारत]] महाकाव्यों के इर्द-गिर्द घूमता है। इनकी मृत्यु [[2 अक्टूबर]], [[1906]] को हुई थी।
  
{प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन-कला यहां पाई जाती है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-7
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{प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन-कला कहाँ पाई जाती है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-7
 
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+कांस्टेन्टीनोपल में
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+कांस्टेन्टीनोपल
-मास्को में
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-मास्को
-रैवेन्ना में
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-रैवेन्ना  
-इस्ताम्बुल में
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-इस्ताम्बुल  
||प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन-कला कान्स्टेन्टीनेपल में पाई जाती है। बाइजेंटिम नामक नगर को ही सम्राट कांस्टेन्टाइन ने जीतकर इसका नाम कान्स्टेन्टीनोपल (कुस्तुंतुनिया) रख दिया। प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन कला में रोम, रैवेन्न तथा सैलोनिका प्रमुख थे।
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||प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन-कला कान्स्टेन्टीनेपल में पाई जाती है। बाइजेंटिम नामक नगर को ही सम्राट कांस्टेन्टाइन ने जीतकर इसका नाम कान्स्टेन्टीनोपल ([[कुस्तुंतुनिया]]) रख दिया। प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन कला में [[रोम]], रैवेन्न तथा सैलोनिका प्रमुख थे।
  
{यूरोप की कला के पुनर्जागरण काल का प्रमुख कलाकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-6
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{[[यूरोप]] की [[कला]] के पुनर्जागरण काल का प्रमुख कलाकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-6
 
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-मैसेचियो
 
-मैसेचियो
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-पाओलो उचेल्लो
 
-पाओलो उचेल्लो
 
-टिटियन
 
-टिटियन
||पुनर्जागरण काल के प्रमुख कलाकारों में दिए गए विकल्पों में मैसेचियो तथा पाओलो उचेल्लो दोनों शामिल हैं। उ.प्र. माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड ने अपने प्रारंभिक उत्तर कुंजी में इसका उत्तर (b) माना था किंतु पतिवर्तित उत्तर-कुंजी में इसे गलत बताया है। चूंकि विकल्प में दो उत्तर सही हैं। अत: दोनों उत्तर सही हैं।
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||पुनर्जागरण काल के प्रमुख कलाकारों में दिए गए विकल्पों में मैसेचियो तथा पाओलो उचेल्लो दोनों शामिल हैं। उ.प्र. माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड ने अपने प्रारंभिक उत्तर कुंजी में इसका उत्तर (b) माना था किंतु पतिवर्तित उत्तर-कुंजी में इसे गलत बताया है। चूंकि विकल्प में दो उत्तर सही हैं। अत: दोनों उत्तर सही हैं।
  
  
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-कागज पर बने चित्र
 
-कागज पर बने चित्र
 
-वस्त्र पर बने चित्र
 
-वस्त्र पर बने चित्र
||प्रागैतिहासिक चित्र गुहा चित्र है। पाषाण युग के मनुष्यों ने अपने चारो ओर के वातावरण की स्मृति को बनाए रखने के लिए तथा अपनी विजय का इतिहास व्यक्त करने की भावना के वशीभूत होकर इन चित्राकृतियों का निर्माण किया।
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||प्रागैतिहासिक चित्र गुहा चित्र है। [[पाषाण युग]] के मनुष्यों ने अपने चारो ओर के वातावरण की स्मृति को बनाए रखने के लिए तथा अपनी विजय का इतिहास व्यक्त करने की भावना के वशीभूत होकर इन चित्राकृतियों का निर्माण किया।
  
{प्रागैतिहासिक काल के चित्र कहां स्थित  है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-7
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{[[प्रागैतिहासिक काल]] के चित्र कहां स्थित  है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-7
 
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+अल्टामीरा
 
+अल्टामीरा
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-हॉलैंड
 
-हॉलैंड
 
-रोमीरा
 
-रोमीरा
||प्रागैतिहासिक मानव द्वारा अंकित सर्वप्रथम चित्र उत्तरी स्पेन में अल्टामीरा गुफ़ा की गीली दीवाए पर हाथ की अंगुलियों द्वारा बनाई गई फीते के समान टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं हैं। यह गुफ़ा सेंतेंदर से 31 किमी. दूर उत्तरी स्पेन में स्थित है। यहां की गुफ़ाएं सर्वोत्कृष्ट शिल्प का उदाहरण हैं। गुफ़ा की छत कहीं-कहीं 6-7 फीट ऊंची है, अत: पर अंकित चित्रों को देखने हेतु भूमि पर लेटना ठीक रहता है। यही कारण है कि इन्हें सर्वप्रथम 'मारिया सातुओला' नामक एक पांच वर्षीय बालिका ने देखी थी।
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||प्रागैतिहासिक मानव द्वारा अंकित सर्वप्रथम चित्र उत्तरी स्पेन में अल्टामीरा गुफ़ा की गीली दीवाए पर हाथ की अंगुलियों द्वारा बनाई गई फीते के समान टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं हैं। यह गुफ़ा सेंतेंदर से 31 किमी. दूर उत्तरी स्पेन में स्थित है। यहां की गुफ़ाएं सर्वोत्कृष्ट शिल्प का उदाहरण हैं। गुफ़ा की छत कहीं-कहीं 6-7 फ़ीट ऊंची है, अत: छत पर अंकित चित्रों को देखने हेतु भूमि पर लेटना ठीक रहता है। यही कारण है कि इन्हें सर्वप्रथम 'मारिया सातुओला' नामक एक पांच वर्षीय बालिका ने देखी थी।
  
{जयपुरी फ्रेसको चित्रण निम्न में से वर्तमान में किस केंद्र पर सिखाया जाता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-2
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{जयपुरी फ्रेस्को चित्रण निम्न में से वर्तमान में किस केंद्र पर सिखाया जाता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-2
 
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+वनस्थली
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+बनस्थली
-मद्रास
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-[[मद्रास]]
-बंबई
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-[[बंबई]]
-वाराणसी
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-[[वाराणसी]]
 
||जयपुरी फ्रेस्को कला चित्रण वर्तमान में वनस्थली केंद्र पर सिखाया जाता है। वनस्थली विश्वविद्यालय महिलाओं की शिक्षा के लिए एक बेहतरीन विश्वविद्यालय है।
 
||जयपुरी फ्रेस्को कला चित्रण वर्तमान में वनस्थली केंद्र पर सिखाया जाता है। वनस्थली विश्वविद्यालय महिलाओं की शिक्षा के लिए एक बेहतरीन विश्वविद्यालय है।
  
{गोथिक कला के विकास में प्रमुख कारण कौन-से थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-11
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{[[गोथिक कला]] के विकास में प्रमुख कारण कौन-से थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-11
 
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-नगरीकरण, व्यापारिक विकास एवं शक्ति-संपन्न राजसत्ता
 
-नगरीकरण, व्यापारिक विकास एवं शक्ति-संपन्न राजसत्ता
-जनमानस की आकांक्षाएं, नगरीकरण, धर्म गुरुओं
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-जनमानस की आकांक्षाएं, नगरीकरण, धर्म गुरुओं का प्रभाव
+कलाकारों के समूह, धर्म, नवीन चेतना
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+कलाकारों के समूह, [[धर्म]], नवीन चेतना
 
-नवीन कला धाराएं, नवीन विचार, धर्म
 
-नवीन कला धाराएं, नवीन विचार, धर्म
||गोथिक कला के विकास में प्रमुख कारण कलाकारों के समूह, धर्म तथा नवीन चेतना था।
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||[[गोथिक कला]] के विकास में प्रमुख कारण कलाकारों के समूह, [[धर्म]] तथा नवीन चेतना था। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार है- (1) गोथिक शैली का आरंभ 12 वीं शती में [[फ़्राँस]] में हुआ। (2) सामाज के प्रत्येक व्यक्ति ने [[गोथिक कला]] में सहयोग दिया तथा सुंदर से सुंदर शैली के चर्चों (पूजा घरों) का निर्माण हुआ।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
 
.गोथिक शैली का आरंभ 12 वीं शती में फ्रांस में हुआ।
 
.सामाज के प्रत्येक व्यक्ति ने गोथिक कला में सहयोग दिया तथा सुंदर से सुंदर शैली के चर्चों (पूजा घरों) का निर्माण हुआ।
 
  
{महान कला प्रेमी राजा हम्मेद सिंह (1771-1820 ई.) के समय में किस शैली में कार्य हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-7
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{महान कला प्रेमी राजा उम्मेद सिंह (1771-1820 ई.) के समय में किस शैली में कार्य हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-7
 
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-बूंदी
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-[[बूंदी चित्रकला|बूंदी शैली]]
+कोटा
+
+कोटा शैली
-कांगड़ा
+
-[[कांगड़ा चित्रकला|कांगड़ा शैली]]
-मुगल
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-[[मुग़ल चित्रकला|मुग़ल शैली]]
||राजा उम्मेद सिंह ने किस चित्रकला शैली को मौलिकता प्रदान की। राजा उम्मेद सिंह (1771-1820 ई.), के काल में कोटा शैली की बड़ी उन्नति हुई। राजा उम्मेद सिंह के शिकार के शौक के चलते चित्रकारों ने शिकार के चित्रण को काफी महत्त्व दिया।
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||राजा उम्मेद सिंह ने कोटा चित्रकला शैली को मौलिकता प्रदान की। राजा उम्मेद सिंह (1771-1820 ई.), के काल में कोटा शैली की बड़ी उन्नति हुई। राजा उम्मेद सिंह के शिकार के शौक के चलते चित्रकारों ने शिकार के चित्रण को काफी महत्त्व दिया।
  
{'आइने अकबरी' का मुख्य चित्रकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-7
+
{'[[आइना-ए-अकबरी]]' का मुख्य चित्रकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-7
 
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-केशू दास
 
-केशू दास
+अबुल फजल
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+[[अबुल फ़ज़ल]]
 
-समशाद
 
-समशाद
 
-मोलाराम
 
-मोलाराम
||'आइने अकबरी' अकबर के दरबारी अबुल फजल द्वारा रचित (चित्रित) 'अकबरनामा' का ही एक भाग है। अकबरनामा तीन भागों में है जिसमें से तीसरे भाग को 'आइने अकबरी' कहते हैं। आइने अकबरी के भी अपने आप में पांच भाग हैं। मुगल साम्राज्य का भौगोलिक सर्वेक्षण तथा सभी प्रांतों विशेष तौर पर बंगाल के बारे में आंकड़ों पर आधारित विवरण प्रदान करता है। इस पुस्तक में शासन प्रणाली के नियमों का वर्णन किया गया है तथा इसमें अकबर द्वारा सभी सरकारी विभागों पर नियंत्रण के बारे में जानकरी मिलती है।
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||'आइने अकबरी' [[अकबर]] के दरबारी [[अबुल फ़ज़ल]] द्वारा रचित (चित्रित) '[[अकबरनामा]]' का ही एक भाग है। अकबरनामा तीन भागों में है जिसमें से तीसरे भाग को '[[आइना-ए-अकबरी]]' कहते हैं। आइने अकबरी के भी अपने आप में पांच भाग हैं। [[मुग़ल साम्राज्य]] का भौगोलिक सर्वेक्षण तथा सभी प्रांतों विशेष तौर पर [[बंगाल]] के बारे में आंकड़ों पर आधारित विवरण प्रदान करता है। इस पुस्तक में शासन प्रणाली के नियमों का वर्णन किया गया है तथा इसमें अकबर द्वारा सभी सरकारी विभागों पर नियंत्रण के बारे में जानकरी मिलती है।
  
{पहाड़ी चित्रकला मुख्यतया किस क्षेत्र की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-7
+
{पहाड़ी चित्रकला मुख्यत: किस क्षेत्र की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-7
 
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-राजस्थान की पहाड़ियों की
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-[[राजस्थान]] की पहाड़ियाँ
-कश्मीर की पहाड़ियों की
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-[[कश्मीर]] की पहाड़ियाँ
+पंजाब की पहाड़ियों की
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+[[पंजाब]] की पहाड़ियाँ
-उत्तर प्रदेश की पहड़ियों की
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-[[उत्तर प्रदेश]] की पहड़ियाँ
||पहाड़ी (कांगड़ा) चित्रकला को डॉ. आर. ए. अग्रवाल ने मुख्यत: चार क्षेत्रों में विभक्त किया है- (1) कश्मीर राज्य (सिंधु तथा चिनाव की बीच का क्षेत्र), (2) जम्मू (चिनाव एवं रावी के मध्य के क्षेत्र), (3) जाति (रावी एवं सतलज के मध्य का क्षेत्र)-इसी में कांगड़ा, गुलेर, चम्बा, मंडी, नूरपुर व कुल्लू रियासतें थीं, (4) विलासपुर, टिहरी व गढ़वाल राज्य (सतलज के दक्षिण-पूर्व तथा गंगा-जमुना के मध्य)।
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||पहाड़ी ([[कांगड़ा चित्रकला|कांगड़ा]]) चित्रकला को डॉ. आर. ए. अग्रवाल ने मुख्यत: चार क्षेत्रों में विभक्त किया है- (1) [[कश्मीर|कश्मीर राज्य]] ([[सिंधु नदी|सिंधु]] तथा [[चिनाव नदी|चिनाव]] के बीच का क्षेत्र), (2) [[जम्मू]] (चिनाव एवं [[रावी नदी|रावी]] के मध्य के क्षेत्र), (3) जाति (रावी एवं [[सतलुज नदी|सतलुज]] के मध्य का क्षेत्र)-इसी में कांगड़ा, गुलेर, चम्बा, मंडी, नूरपुर व कुल्लू रियासतें थीं, (4) विलासपुर, टिहरी व [[गढ़वाल|गढ़वाल राज्य]] (सतलज के दक्षिण-पूर्व तथा [[गंगा]]-[[जमुना]] के मध्य)।
  
{राजा रवि वर्मा जाने जाते हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-7
+
{राजा रवि वर्मा किस लिए जाने जाते हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-7
 
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-वॉश पेंटिंग के लिए
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-वॉश पेंटिंग
-टेम्परा पेंटिंग के लिए
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-टेम्परा पेंटिंग  
-जल रंग पेंटिंग के लिए
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-जल रंग पेंटिंग  
+तैल रंग पेंटिंग के लिए
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+तैल रंग पेंटिंग
||राजा रवि वर्मा तैल रंग की पेंटिंग के लिए जाने जाते थे। इन्होंने भारतीय जीवन और परंपरा को इस नई कला के द्वारा प्रतिष्ठा दिलाई। इस प्रकार तैल रंगों का आधुनिक चित्रकला में प्रयोग करने का श्रेय सर्वप्रथम राजा रवि वर्मा को जाता है।
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||राजा रवि वर्मा तैल रंग की पेंटिंग के लिए जाने जाते थे। इन्होंने भारतीय जीवन और परंपरा को इस नई [[कला]] के द्वारा प्रतिष्ठा दिलाई। इस प्रकार तैल रंगों का आधुनिक चित्रकला में प्रयोग करने का श्रेय सर्वप्रथम राजा रवि वर्मा को जाता है।
  
 
{सेंट बसील का गिर्जा कहां है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-8
 
{सेंट बसील का गिर्जा कहां है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-8
 
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-रोम में
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-[[रोम]]
+मॉस्को में
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+मॉस्को
-कांस्टेन्टीनोपल में
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-कांस्टेन्टीनोपल
-वियना में
+
-वियना
||सेंट बसील का गिर्जा रेड स्क्वायर, मॉर्को (रूस) में स्थित है।
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||सेंट बसील का गिर्जा रेड स्क्वायर, मॉस्को ([[रूस]]) में स्थित है।
  
{पुनर्जागरण कला किस देश के केंद्रों में फली-फूली? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-7
+
{यूरोपीय-चित्रकला में नवशास्त्रीयतावाद की प्रकृति को किसने बढ़ावा दिया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-114,प्रश्न-1
 
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+इटली
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-विलियम हंट
-फ्रांस
+
-टर्नर
-इंगैंड
+
+डेविड
-जर्मनी
+
-फ्रांस हाल्स
||पुनर्जागरण काल के प्रमुख कलाकारों में दिए गए विकल्पों में मैसेचियो तथा पाओलो उचेल्लो दोनों शामिल हैं। उ.प्र. माध्यमिक शिक्षा चयन  बोर्ड ने अपने प्रारंभिक उत्तर कुंजी में इसका उत्तर (b) माना था किंतु पतिवर्तित उत्तर-कुंजी में इसे गलत बताया है। चूंकि विकल्प में दो उत्तर सही हैं। अत: दोनों उत्तर सही हैं।
+
||जैक्स लुईस डेविड (Jacques Louis David, 1748-1825) नव-शास्त्रीयता-वादी (Neoclassical) शैली का अपने युग का श्रेष्ठ कलाकार था।
 +
 
  
  
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-पक्षी
 
-पक्षी
 
+पशु-मानव-पक्षी
 
+पशु-मानव-पक्षी
||प्रागैतिहासिक काल के चित्रों का विषय आखेट, युद्ध करते हुए तथा विजय के अवसर पर नृत्य करते हुए चित्रण करना ही तत्कालीन मानव का मुख्य रुचिकर विषय रहा है। स्त्री-पुरुष, पशु-पक्षी आदि के चित्र भी आदियुगीन मानव की विषयवस्तु रहे हैं। इस काल में जादू-टोने के रूप में अमूर्त भावन को भी विकसित किया गया।
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||प्रागैतिहासिक काल के चित्रों का विषय आखेट, युद्ध करते हुए तथा विजय के अवसर पर नृत्य करते हुए चित्रण करना ही तत्कालीन मानव का मुख्य रुचिकर विषय रहा है। स्त्री-पुरुष, पशु-पक्षी आदि के चित्र भी आदियुगीन मानव की विषय वस्तु रहे हैं। इस काल में जादू-टोने के रूप में अमूर्त भावन को भी विकसित किया गया।
  
 
{स्पेन की किस गुफ़ा में अंगुलियों से बनाई गई रेखाएं हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-8
 
{स्पेन की किस गुफ़ा में अंगुलियों से बनाई गई रेखाएं हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-8
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+अल्टामीरा
 
+अल्टामीरा
 
-ल कम्बारेली
 
-ल कम्बारेली
||प्रागैतिहासिक मानव द्वारा अंकित सर्वप्रथम चित्र उत्तरी स्पेन में अल्टामीरा गुफ़ा की गीली दीवाए पर हाथ की अंगुलियों द्वारा बनाई गई फीते के समान टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं हैं। यह गुफ़ा सेंतेंदर से 31 किमी. दूर उत्तरी स्पेन में स्थित है। यहां की गुफ़ाएं सर्वोत्कृष्ट शिल्प का उदाहरण हैं। गुफ़ा की छत कहीं-कहीं 6-7 फीट ऊंची है, अत: पर अंकित चित्रों को देखने हेतु भूमि पर लेटना ठीक रहता है। यही कारण है कि इन्हें सर्वप्रथम 'मारिया सातुओला' नामक एक पांच वर्षीय बालिका ने देखी थी।
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||प्रागैतिहासिक मानव द्वारा अंकित सर्वप्रथम चित्र उत्तरी स्पेन में अल्टामीरा गुफ़ा की गीली दीवाए पर हाथ की अंगुलियों द्वारा बनाई गई फीते के समान टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं हैं। यह गुफ़ा सेंतेंदर से 31 किमी. दूर उत्तरी स्पेन में स्थित है। यहां की गुफ़ाएं सर्वोत्कृष्ट शिल्प का उदाहरण हैं। गुफ़ा की छत कहीं-कहीं 6-7 फ़ीट ऊंची है, अत: छत पर अंकित चित्रों को देखने हेतु भूमि पर लेटना ठीक रहता है। यही कारण है कि इन्हें सर्वप्रथम 'मारिया सातुओला' नामक एक पांच वर्षीय बालिका ने देखी थी।
  
{जयलपुरी फ्रेस्को में निहित दीप्त रूप (चमचमाती सतह‌) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-3
+
{जयपुरी फ्रेस्को में निहित दीप्त रूप (चमचमाती सतह‌) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-3
 
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-क्योंकि ये चमकदार पत्थर की सरह पर बनाए जाते हैं।
 
-क्योंकि ये चमकदार पत्थर की सरह पर बनाए जाते हैं।
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{किस काल में आंतरिक एवं ब्राह्म सज्जा एक साथ करने का विचार किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-13
 
{किस काल में आंतरिक एवं ब्राह्म सज्जा एक साथ करने का विचार किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-13
 
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-आधुनिक काल
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-[[आधुनिक काल]]
 
-रोमनस्क काल
 
-रोमनस्क काल
 
-बाइजेन्टाइन काल
 
-बाइजेन्टाइन काल
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||गोथिक काल में आंतरिक एवं बाह्य सज्जा एक साथ करने का विचार किया गया। इस काल के भवन प्राय: लंबे-पतले खंभों और नुकीले मेहराबों से बने होते थे। खंभों पर मूर्तियां उत्कीर्ण हैं।
 
||गोथिक काल में आंतरिक एवं बाह्य सज्जा एक साथ करने का विचार किया गया। इस काल के भवन प्राय: लंबे-पतले खंभों और नुकीले मेहराबों से बने होते थे। खंभों पर मूर्तियां उत्कीर्ण हैं।
  
{'कोटा शैली' के उत्कृष्ट भित्ति-चित्र देखने को मिलते हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-8
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{'कोटा शैली' के उत्कृष्ट भित्ति-चित्र कहाँ देखने को मिलते हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-8
 
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+झाला जी की हवेली में
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+झाला जी की हवेली  
-आचार्य की हवेली में
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-[[बगोर की हवेली]]
-सिटी पैलेस में
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-[[सिटी पैलेस जयपुर|सिटी पैलेस]]
-माधव निवास में
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-माधव निवास  
||'कोटा शैली' के उत्कृष्ट भित्ति-चित्र' झाला जी की हवेली' में देखने को मिलते हैं। इसके अतिरिक्त कोटा शैली के भित्ति-चित्र 'राजमहल' तथा 'देवता जी' की हवेली में भी देखने को मिलते हैं।
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||'कोटा शैली' के उत्कृष्ट भित्ति-चित्र' झाला जी की हवेली' में देखने को मिलते हैं। इसके अतिरिक्त कोटा शैली के भित्ति-चित्र 'राजमहल' तथा 'देवता जी' की हवेली में भी देखने को मिलते हैं। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार है- (1) [[राजस्थान चित्रकला|राजस्थान शैली]] के लघु चित्र कागज की मोटी तह (वसली) पर बनाए जाते थे। (2) कोटा शैली के पुष्टि मार्ग कथा प्रसंगों को अधिकांश 'रघुनाथ' तथा गोविंद नामक कलाकारों ने चिन्हित किया।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
 
.राजस्थान शैली के लघु चित्र कागज की मोटी तह (वसली) पर बनाए जाते थे।
 
.कोटा शैली के पुष्टि मार्ग कथा प्रसंगों को अधिकांश 'रघुनाथ' तथा गोविंद नामक कलाकारों ने चिन्हित किया।
 
  
{अकबर ने किस राज्य पर अपनी विजय के स्मारक के रूप में बुलंद दरवाजा बनवाया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-8
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{[[अकबर]] ने किस राज्य पर अपनी विजय के स्मारक के रूप में [[बुलंद दरवाज़ा]] बनवाया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-8
 
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+गुजरात
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+[[गुजरात]]
-बंगाल
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-[[बंगाल]]
-उड़ीसा
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-[[उड़ीसा]]
-दिल्ली
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-[[दिल्ली]]
||अकबर ने गुजरात विजय (1572-1573 ई.) के उपरांत 1601 ई. में फतेहपुर सीकरी में 'बुलंद दरवाजा' बनवाया था। इसकी ऊंचाई 134 फीट है। यह 42 फीट ऊंचे चबूतरे पर स्थित है। यह फतेहपुर सीकरी की जामा मस्जिद की दक्षिण दीवार में निर्मित है तथा भारत का सबसे ऊंचा और वैभवशाली प्रवेश द्वारा भी है।
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||[[अकबर]] ने गुजरात विजय (1572-1573 ई.) के उपरांत 1601 ई. में [[फतेहपुर सीकरी]] में '[[बुलंद दरवाज़ा]]' बनवाया था। इसकी ऊंचाई 134 फ़ीट है। यह 42 फ़्रीट ऊंचे चबूतरे पर स्थित है। यह फतेहपुर सीकरी की [[जामा मस्जिद आगरा]] की दक्षिण दीवार में निर्मित है तथा [[भारत]] का सबसे ऊंचा और वैभवशाली प्रवेश द्वारा भी है।
  
 
{प्रकृति चित्रण को किस शैली के चित्रों में महत्त्व मिला? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-8
 
{प्रकृति चित्रण को किस शैली के चित्रों में महत्त्व मिला? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-8
 
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+पहाड़ी
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+पहाड़ी शैली
-राजस्थानी
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-[[राजस्थानी चित्रकला|राजस्थानी शैली]]
-मुगल
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-[[मुग़ल चित्रकला|मुग़ल शैली]]
-आधुनिक
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-आधुनिक शैली
||प्रकृति चित्रण को पहाड़ी चित्र शैली में अत्यधिक महत्त्व प्रदान किया गया। पहाड़ी शैली के अंतर्गत 'बारहमासा' का अंकन किया गया है, जिसमें चैत्र माह से लेकर फाल्गुन माह तक की प्रकृति की शोभा को केंद्रित करके चित्रण किया गया है।
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||प्रकृति चित्रण को पहाड़ी चित्र शैली में अत्यधिक महत्त्व प्रदान किया गया। पहाड़ी शैली के अंतर्गत 'बारहमासा' का अंकन किया गया है, जिसमें [[चैत्र|चैत्र माह]] से लेकर [[फाल्गुन|फाल्गुन माह]] तक की प्रकृति की शोभा को केंद्रित करके चित्रण किया गया है। इससे सम्बधित अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य निम्न प्रकार है- (1) पहाड़ी शैली में [[बसंत ऋतु|बसंत माह]] की शोभा का भी चित्रण प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त पर्वतों, नदी, काले बादल, नीले-आकाश, वन-उपवन, उद्यान तथा वाटिकाओं का मनोहारी अंकन प्राप्त होता है।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
 
.पहाड़ी शैली में बसंत माह की शोभा का भी चित्रण प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त पर्वतों, नदी, काले बादल, नीले-आकाश, वन-उपवन, उद्यान तथा वाटिकाओं का मनोहारी अंकन प्राप्त होता है।
 
  
{'तैल चित्रण विधि' से चित्र बनाने वाले विख्यात भारतीय चित्रकार थे- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-8
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{'तैल चित्रण विधि' से चित्र बनाने वाले विख्यात भारतीय चित्रकार कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-8
 
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-नंदलाल बोस
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-[[नंदलाल बोस]]
 
+राजा रवि वर्मा
 
+राजा रवि वर्मा
-अमृता शेरगिल
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-[[अमृता शेरगिल]]
 
-अबरीन्द्रनाथ टैगोर
 
-अबरीन्द्रनाथ टैगोर
||राजा रवि वर्मा तैल रंग की पेंटिंग के लिए जाने जाते थे। इन्होंने भारतीय जीवन और परंपरा को इस नई कला के द्वारा प्रतिष्ठा दिलाई। इस प्रकार तैल रंगों का आधुनिक चित्रकला में प्रयोग करने का श्रेय सर्वप्रथम राजा रवि वर्मा को जाता है।
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||राजा रवि वर्मा तैल रंग की पेंटिंग के लिए जाने जाते थे। इन्होंने भारतीय जीवन और परंपरा को इस नई [[कला]] के द्वारा प्रतिष्ठा दिलाई। इस प्रकार तैल रंगों का आधुनिक चित्रकला में प्रयोग करने का श्रेय सर्वप्रथम राजा रवि वर्मा को जाता है।
  
{बाइजेंटाइन-कला की श्रेष्ठ दूसरी बड़ी इमारत है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-9
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{बाइजेंटाइन-कला की श्रेष्ठ दूसरी बड़ी इमारत कौन-सी है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-9
 
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-डेन का गिर्जा
 
-डेन का गिर्जा
-रोम का सेंट मारिया मेजिओरी गिर्जा
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-[[रोम]] का सेंट मारिया मेजिओरी गिर्जा
 
-पूर्व यूरोप के केटाकौम्ब
 
-पूर्व यूरोप के केटाकौम्ब
 
+हेगिया सोफिया गिर्जा
 
+हेगिया सोफिया गिर्जा
||बाइजेन्टाइन-कला की अन्य प्रसिद्ध इमारतें निम्न हैं- गेला प्लेसीडिया सान विताले, सांतासोफिया, एंटमार्क, टोरसेल्लो तथा चर्च ऑफ़ द होली एपोसिल्स आदि। जस्टीनियन ने बहुत सारी इमारतें का निर्माण किया, लेकिन हेगिया सोफिया गिर्जाघर का कार्य उसके महानतम् कार्यों (कलाओं) में से एक है। इस चर्च में मणीकुट्टम शैली से निर्माण कार्य किया गया है बाइजेन्टाइन कला की पहली श्रेष्ठ इमारत रैवेन्न का सान विताले नामक चर्च  है।
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||बाइजेन्टाइन-कला की अन्य प्रसिद्ध इमारतें निम्न हैं- गेला प्लेसीडिया सान विताले, सांतासोफिया, सेटमार्क, टोरसेल्लो तथा चर्च ऑफ़ द होली एपोसिल्स आदि। जस्टीनियन ने बहुत सारी इमारतें का निर्माण किया, लेकिन हेगिया सोफिया गिर्जाघर का कार्य उसके महानतम् कार्यों (कलाओं) में से एक है। इस चर्च में मणीकुट्टम शैली से निर्माण कार्य किया गया है बाइजेन्टाइन कला की पहली श्रेष्ठ इमारत रैवेन्ना का सान विताले नामक चर्च  है।
  
{उच्च पुनर्जागरण काल के चित्रकार का नाम बताइए- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-8
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{उच्च पुनर्जागरण काल के चित्रकार का नाम क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-8
 
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-ज्योत्तो
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-जिओत्तो
 
-फ्रा एंजेलिको
 
-फ्रा एंजेलिको
 
-बोत्तिचेल्ली
 
-बोत्तिचेल्ली
 
+राफेल
 
+राफेल
||पुनर्जागरण काल के प्रमुख कलाकारों में दिए गए विकल्पों में मैसेचियो तथा पाओलो उचेल्लो दोनों शामिल हैं। उ.प्र. माध्यमिक शिक्षा चयन  बोर्ड ने अपने प्रारंभिक उत्तर कुंजी में इसका उत्तर (b) माना था किंतु पतिवर्तित उत्तर-कुंजी में इसे गलत बताया है। चूंकि विकल्प में दो उत्तर सही हैं। अत: दोनों उत्तर सही हैं।
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{प्रागैतिहासि काल के चित्रों में सबसे अधिक चित्र किस प्रकार के मिले हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-9
 
{प्रागैतिहासि काल के चित्रों में सबसे अधिक चित्र किस प्रकार के मिले हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-9
 
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-पशुओं के चित्र
+
-पशु
+आखेट के चित्र
+
+आखेट  
-मनुष्यों के चित्र
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-मनुष्य
-औजारों के चित्र
+
-औजार
 
||प्रागैतिहासिक काल के चित्रों में सबसे अधिक आखेट के चित्र मिले हैं। आदिम मनुष्य ने सांभर, महिष, गैंडा, हाथी, बारहसिंगा, घोड़ा, खरगोश, सुअर जैसे पशुओं का स्वाभाविकता के साथ अंकन किया है। यह पशु उसने अपने आखेट में देखे थे तथा उसने पन पशुओं की गति और शक्ति पर विजय प्राप्त की थी, इस कारण उसके प्रमुख चित्रण विषय के रूप में पशु जीवन का स्वभाविक था।
 
||प्रागैतिहासिक काल के चित्रों में सबसे अधिक आखेट के चित्र मिले हैं। आदिम मनुष्य ने सांभर, महिष, गैंडा, हाथी, बारहसिंगा, घोड़ा, खरगोश, सुअर जैसे पशुओं का स्वाभाविकता के साथ अंकन किया है। यह पशु उसने अपने आखेट में देखे थे तथा उसने पन पशुओं की गति और शक्ति पर विजय प्राप्त की थी, इस कारण उसके प्रमुख चित्रण विषय के रूप में पशु जीवन का स्वभाविक था।
  

11:56, 11 अप्रैल 2017 का अवतरण

1 प्रागैतिहासिक भारतीय चित्रकला किस सतह पर बनाई गई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-6

लकड़ी के पटों पर
वृक्ष की छालों पर
ताल-पत्रों पर
चट्टानों पर

2 अल्टामीरा का गुफ़ा चित्र कहां स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-6

स्पेन
फ़्राँस
इटली
भारत

3 राजस्थानी (जयपुर) शैली के भित्ति-चित्र किस पर बनाए जाते हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-1

संगमरमर
गीली सतह
सूखी सतह
ईंट की सतह

4 इटली के गोथिक काल के चित्रकारों में प्रमुख कलाकार कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-10

दूशियो
एम्ब्रॉजियो लोरंजेट्टी
जॉन वान आईक
जिओत्तो

5 राजा उम्मेद सिंह ने किस क्षेत्र शैली को मौलिकता प्रदान की? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-6

बूंदी शैली
किशनगढ़ शैली
अलवर शैली
कोटा शैली

6 'आइना-ए-अकबरी' पुस्तक के लेखक कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-6

केशव
जगन्नाथ
दसवन्त
अबुल फ़ज़ल

7 पहाड़ी पेंटिंगें किस समय विकसित थीं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-6

बिलम्बित 17 से प्रारम्भिक 18 वीं शताब्दी
प्रारम्भिक 15 से विलम्बित 17 वीं शताब्दी
विलम्बित 18 और प्रारम्भिक 19 वीं शताब्दी
प्रारम्भिक 18 से विलम्बित 19 वीं शताब्दी

8 राजा रवि वर्मा की मृत्यु किस वर्ष हुई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-6

1906
1918
1941
1921

9 प्रथम चरण की बाइजेन्टाइन-कला कहाँ पाई जाती है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-7

कांस्टेन्टीनोपल
मास्को
रैवेन्ना
इस्ताम्बुल

10 यूरोप की कला के पुनर्जागरण काल का प्रमुख कलाकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-104,प्रश्न-6

मैसेचियो
लियोनार्दो द विंसी
पाओलो उचेल्लो
टिटियन

11 प्रागैतिहासिक चित्र क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-5,प्रश्न-7

ग्रंथ चित्र
गुहा चित्र
कागज पर बने चित्र
वस्त्र पर बने चित्र

12 प्रागैतिहासिक काल के चित्र कहां स्थित है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-7

अल्टामीरा
बर्लिन
हॉलैंड
रोमीरा

13 जयपुरी फ्रेस्को चित्रण निम्न में से वर्तमान में किस केंद्र पर सिखाया जाता है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-2

बनस्थली
मद्रास
बंबई
वाराणसी

14 गोथिक कला के विकास में प्रमुख कारण कौन-से थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-11

नगरीकरण, व्यापारिक विकास एवं शक्ति-संपन्न राजसत्ता
जनमानस की आकांक्षाएं, नगरीकरण, धर्म गुरुओं का प्रभाव
कलाकारों के समूह, धर्म, नवीन चेतना
नवीन कला धाराएं, नवीन विचार, धर्म

15 महान कला प्रेमी राजा उम्मेद सिंह (1771-1820 ई.) के समय में किस शैली में कार्य हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-47,प्रश्न-7

बूंदी शैली
कोटा शैली
कांगड़ा शैली
मुग़ल शैली

16 'आइना-ए-अकबरी' का मुख्य चित्रकार कौन था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-56,प्रश्न-7

केशू दास
अबुल फ़ज़ल
समशाद
मोलाराम

17 पहाड़ी चित्रकला मुख्यत: किस क्षेत्र की है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-71,प्रश्न-7

राजस्थान की पहाड़ियाँ
कश्मीर की पहाड़ियाँ
पंजाब की पहाड़ियाँ
उत्तर प्रदेश की पहड़ियाँ

18 राजा रवि वर्मा किस लिए जाने जाते हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-7

वॉश पेंटिंग
टेम्परा पेंटिंग
जल रंग पेंटिंग
तैल रंग पेंटिंग

19 सेंट बसील का गिर्जा कहां है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-8

रोम
मॉस्को
कांस्टेन्टीनोपल
वियना

20 यूरोपीय-चित्रकला में नवशास्त्रीयतावाद की प्रकृति को किसने बढ़ावा दिया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-114,प्रश्न-1

विलियम हंट
टर्नर
डेविड
फ्रांस हाल्स

21 प्रागैतिहासिक चित्रों के विषय क्या हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-8

पशु
मानव
पक्षी
पशु-मानव-पक्षी

22 स्पेन की किस गुफ़ा में अंगुलियों से बनाई गई रेखाएं हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-8

लास्को
त्राय फ्रेरर्स
अल्टामीरा
ल कम्बारेली

23 जयपुरी फ्रेस्को में निहित दीप्त रूप (चमचमाती सतह‌) के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सही है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-3

क्योंकि ये चमकदार पत्थर की सरह पर बनाए जाते हैं।
क्योंकि इन पर वार्निश की जाती है।
क्योंकि ये अकीक पत्थर से घोटाई करके चमकाए जाते हैं।
क्योंकि ये धूप में चमकते हैं।

24 किस काल में आंतरिक एवं ब्राह्म सज्जा एक साथ करने का विचार किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-13

आधुनिक काल
रोमनस्क काल
बाइजेन्टाइन काल
गोथिक काल

25 'कोटा शैली' के उत्कृष्ट भित्ति-चित्र कहाँ देखने को मिलते हैं?(कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-8

झाला जी की हवेली
बगोर की हवेली
सिटी पैलेस
माधव निवास

26 अकबर ने किस राज्य पर अपनी विजय के स्मारक के रूप में बुलंद दरवाज़ा बनवाया था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-8

गुजरात
बंगाल
उड़ीसा
दिल्ली

27 प्रकृति चित्रण को किस शैली के चित्रों में महत्त्व मिला? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-8

पहाड़ी शैली
राजस्थानी शैली
मुग़ल शैली
आधुनिक शैली

28 'तैल चित्रण विधि' से चित्र बनाने वाले विख्यात भारतीय चित्रकार कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-8

नंदलाल बोस
राजा रवि वर्मा
अमृता शेरगिल
अबरीन्द्रनाथ टैगोर

29 बाइजेंटाइन-कला की श्रेष्ठ दूसरी बड़ी इमारत कौन-सी है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-9

डेन का गिर्जा
रोम का सेंट मारिया मेजिओरी गिर्जा
पूर्व यूरोप के केटाकौम्ब
हेगिया सोफिया गिर्जा

30 उच्च पुनर्जागरण काल के चित्रकार का नाम क्या है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-8

जिओत्तो
फ्रा एंजेलिको
बोत्तिचेल्ली
राफेल

31 प्रागैतिहासि काल के चित्रों में सबसे अधिक चित्र किस प्रकार के मिले हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-9

पशु
आखेट
मनुष्य
औजार

32 उत्तरी स्पेन में स्थित प्रागैतिहासिक क्षेत्र है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-9

सारागोसा
अल्टामीरा
ओविएडो
सेबास्टियन

33 यूरोपीय फ्रेस्को चित्रों की तकनीक का प्रभाव भारत की किस शैली पर पड़ा है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-4

बंगाल शैली
जयपुर फ्रेस्को शैली
मुगल शैली
पाल शैली

34 नुकीले मेहराव वाले भवनों का निर्माण किस युग में हुआ? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-14

गोथिक
रोमनस्क
रोमन
यूनान

35 राजस्थान की कोटा शैली के विषयों में सर्वोत्कृष्ट है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-9

पशु
प्रतिकृति
रागमाला
नायिका

36 बुलंद दरवाजा की ऊंचाई है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-9

150 फीट
234 फीट
134 फीट
124 फीट

37 पहाड़ी चित्रों में किस रंगों का प्रयोग किया गया है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-9

गहरे
हल्के
काले
सफेद

38 तैल विधा में कार्य करने वाले प्रथम भारतीय चित्रकार हैं- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-9

39 बाइजेन्टाइन-कला में पीला रंग प्रतीक है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-10

सूर्य का
पीले फूल का
आग का
स्वर्ग का

40 माइकेल एंजेलो किसके समय में हुआ था? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-9

फासिज्म
घनचित्रण शैली
पुनर्जागरण
आभास चित्रण

41 गोथिक शैली के स्थापत्य का जन्म इससे हुआ- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-39,प्रश्न-15

नाट्रेडम गिर्जा से
सेंट डेनिस गिर्जा से
एमिएंस गिर्जा से
रीम्स गिर्जा से

42 कोटा स्कूल की प्रमुख विशेषता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-48,प्रश्न-10

राजकीय दृश्य
युद्ध दृश्य
शिकार दृश्य
पोर्ट्रेचर दृश्य

43 मुगल शैली की उत्पत्ति किन दो शैलियों के सम्मिलन से हुई- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-57,प्रश्न-10

बंगाली एवं पहाड़ी
कांगड़ा एवं दक्खिनी
राजस्थानी एवं ईरानी
ईरानी एवं बंगाली

44 'मौला राम' कौन थे? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-72,प्रश्न-10

मुगल चित्रकार
राजपूत चित्रकार
पहाड़ी चित्रकार
नेपाली चित्रकार

45 भारतीय की आधुनिक चित्रकला में तैल रंगों का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-90,प्रश्न-10

रबींद्रनाथ टैगोर
राजा रवि वर्मा
बेन्द्रे
के.के. हेब्बर

46 बाइजेंटाइन-कला में छतों और दीवारों को किस विधि से अलंकृत किया गया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-102,प्रश्न-11

मणिकुट्टिम
वॉश
फ्रेस्को-बूनो
फ्रेस्को-सेक्को

47 सिस्टीन चैपेल चित्र किसका बनाया हुआ है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-105,प्रश्न-10

राफेल
माइकेल एंजेलो
लियोनार्दो
कांसटेबल

48 प्रागैतिहासिक चित्र प्रधानतया किस विषय से संबंधित हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-6,प्रश्न-10

धर्म संबंधी
आखेट
युद्ध संबंधी
प्रकृति संबंधी

49 उत्तरी स्पेन में प्रागैतिहासिक गुफ़ा स्थित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-17,प्रश्न-10

अल्टामीरा में
लास्का में
नियाऊ में
फोंट-डी-गॉम में

50 इटैलियन 'फ्रेस्को पेंटिंग' की तकनीक किसके समान है? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-37,प्रश्न-5

अजंता भित्ति चित्र
बाघ फ्रेस्को
पहाड़ी चित्र
जयपुरी फ्रेस्को