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| <quiz display=simple> | | <quiz display=simple> |
− | {[[विरोधी रंग |विरोधी रंग]] कौन-से हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-164,प्रश्न-20
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− | |type="()"}
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− | +[[लाल रंग|लाल]]-[[हरा रंग|हरा]]
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− | -[[हरा रंग|हरा]]-[[नीला रंग|नीला]]
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− | -[[पीला रंग|पीला]]-[[लाल रंग|लाल]]
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− | -[[नीला रंग|नीला]]-[[बैंगनी रंग|बैंगनी]]
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− | ||नीले का विरोधी अथवा पूरक रंग नारंगी होता है। [[प्राथमिक रंग|प्राथमिक]] व [[द्वितीयक रंग|द्वितीयक रंगों]] के मिश्रण से जो रंग बनते हैं उन्हें विरोधी रंग कहते हैं। इस प्रकार नारंगी का विरोधी आसमानी (नीला) व [[बैंगनी रंग|बैंगनी]] का विरोधी रंग पीला है। [[लाल रंग|लाल]] का विरोधी रंग हरा होता है।
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− | {उस चित्रकार का नाम बताइए, जिन्होंने ताहिती द्वीप पर चित्र बनाए- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-122,प्रश्न-49
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− | -मैटिस
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− | +गॉगिन
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− | -सोरा
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− | -वान गॉग
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− | ||पॉल गॉगिन 1891 ई. में ताहिती पहुंचकर दूर जंगल में रहने लगे। वहीं पर आदिवासियों के रीति-रिवाजों के अनुसार अपना [[विवाह]] किया और वहां चित्रण-कार्य किया। गोगॉ ने लिखा है- "यहां में आनंदित हूं, शांति व कला पर जीवित रह रहा हूं, एवं आस-पास ऐसी शक्तियों के अस्तित्व को अनुभव कर रहा हूं जो मुझसे बहुत प्यार करती हैं"।
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− | {दृश्य चित्र में परिप्रेक्ष्य से स्पष्ट होता है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-175,प्रश्न-70
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− | |type="()"}
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− | -वस्तु की स्थिति
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− | +वस्तु का आयतन
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− | -वस्तु का रंग-रूप
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− | -उपरोक्त सभी
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− | ||दृश्य चित्र एक वैज्ञानिक तथ्य है इसके अंतर्गत निकटता तथा दूरी के आधार पर पास की वस्तुएँ आकार में बड़ी व वर्ण में प्रखर तथा दूर की वस्तुएँ आकार में छोटी व वर्ण में अस्पष्ट दिखाई देती हैं।
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− | {'डॉ. गैचेट' का चित्र किसने चित्रित किया? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-123,प्रश्न-60
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− | |type="()"}
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− | +वान गॉग
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− | -गॉगिन
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− | -मोने
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− | -माने
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− | ||वान गॉग का पूरा नाम विंसेंट विलेम वान गॉग था किंतु इन्हें विंसेंट वान गॉग या वान गॉग के नाम से ही पुकारते थे, इनका उपनाम 'कोयला खदानों के ईसा मसीह' भी थे। डॉ. गैचेट, लाल आंगूरी उद्यान, सूरतमुखी, आलूभक्षी पक्षी, सनसेट एट मांटमेज्योर, आइरिसिस तथा स्टारी नाइट इनकी प्रसिद्ध चित्रकारी है। यह उत्तर प्रभाववादी आंदोलन से जुड़ा था। इसका जन्म [[30 मार्च]], 1853 को जुनर्डट (नीदरलैंड) में एवं मृत्यु [[29 जुलाई]], [[1890]] को फ्रांस के अवर्स- सर-ओइस में हुआ।
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− | {'पेट्रोग्लिफ' संदेश का प्राचीनतम माध्यम निम्न में से किससे संदर्भित है- (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-176,प्रश्न-79
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− | |type="()"}
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− | -गुफ़ाओं में रंगे गए चित्र
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− | +गुफ़ाओं में उकेरे गए चित्र
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− | -प्रकृति द्वारा किया गया अमूर्त चित्रण
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− | -अभिलेख
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− | ||'पेट्रोग्लिफ़' संदेश का प्राचीनतम माध्यम 'गुफ़ाओं में उकेरे गए चित्र' हैं।
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− | {'स्नानमग्न युवतियों' के चित्रकार कौन हैं? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-124,प्रश्न-71
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− | |type="()"}
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− | +सेजां
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− | -मोने
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− | -कुर्बे
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− | -मिले
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− | ||पॉल सेजां का जन्म 1839ई. में एजा प्रिवांस में हुआ था। बीसवीं सदी की कला पर सेजां का सर्वाधिक प्रभाव पड़ा, इसलिए इन्हें 'आधुनिक कला का जन्मदाता' कहा जाता है। चित्रकार सोरा, वान गॉग एवं गॉगिन, सेजां आदि थे जिन्हें उत्तर प्रभाववादी के नाम से विश्लेषित किया गया। ये सभी कलाकार प्रभाववाद से असंतुष्ट थे। सेजां ने अपने अधिकांश विख्यात चित्र 1870 ई. से 1900 ई. के मध्य बनाए।
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| {1610 ई. से 1620 ई. के मध्य गोलकुंडा में कौन-सी सचित्र पोथी चित्रित की गई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-237,प्रश्न-376 | | {1610 ई. से 1620 ई. के मध्य गोलकुंडा में कौन-सी सचित्र पोथी चित्रित की गई? (कला सामान्य ज्ञान,पृ.सं-237,प्रश्न-376 |