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*नरसिंहगुप्त ने अपने नाम के साथ 'बालादित्य' उपाधि प्रयुक्त की थी।  
 
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*उसके सिक्कों पर एक तरफ़ उसका चित्र है और 'नर' लिखा है, दूसरी तरफ़ 'बालादित्य' लिखा गया है।  
 
*उसके सिक्कों पर एक तरफ़ उसका चित्र है और 'नर' लिखा है, दूसरी तरफ़ 'बालादित्य' लिखा गया है।  

12:23, 9 अक्टूबर 2010 का अवतरण

  • पुरुगुप्त के बाद उसका पुत्र नरसिंहगुप्त राजा बना।
  • पुरुगुप्त की माता का नाम वत्सदेवी था।
  • उसके बौद्ध पिता ने एक बौद्ध आचार्य को उसकी शिक्षा के लिए नियत किया था।
  • नरसिंहगुप्त ने अपने नाम के साथ 'बालादित्य' उपाधि प्रयुक्त की थी।
  • उसके सिक्कों पर एक तरफ़ उसका चित्र है और 'नर' लिखा है, दूसरी तरफ़ 'बालादित्य' लिखा गया है।
  • अपने गुरु की शिक्षाओं के कारण नरसिंहगुप्त ने भी बौद्ध धर्म को स्वीकार कर लिया था।
  • उसके शासन काल में भी गुप्त साम्राज्य का ह्रास जारी रहा।
  • पुरुगुप्त और नरसिंहगुप्त दोनों का राज्यकाल 467 से 473 ई. तक है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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साँचा:गुप्त राजवंश