"रंजक" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
{{शब्द संदर्भ लघु | {{शब्द संदर्भ लघु | ||
− | |हिन्दी=रँगने का काम | + | |हिन्दी=रँगने का काम करने वाला, हर्ष देने वाला, प्रायः आनंद-मंगल करने और प्रसन्न रहने वाला, रंगराज़, पेंटर, [[मेंहदी]], [[सिन्दूर]], वस्त्र आदि को रँगने में उपयोगी पदार्थ जिसे उसके विलयन में से सूती, रेशमी आदि वस्त्रों के रेशे अवशोषित कर लेते हैं। |
|व्याकरण=[[विशेषण]], पुल्लिंग | |व्याकरण=[[विशेषण]], पुल्लिंग | ||
|उदाहरण=[[ख़ून|रक्त]] की लाली, त्वचा का [[रंग]], [[आँख|आँखों]] की पुतलियों का रंग, रंगनें के कार्य को '''रंजक''' कहते है। | |उदाहरण=[[ख़ून|रक्त]] की लाली, त्वचा का [[रंग]], [[आँख|आँखों]] की पुतलियों का रंग, रंगनें के कार्य को '''रंजक''' कहते है। |
10:34, 24 नवम्बर 2012 के समय का अवतरण
हिन्दी | रँगने का काम करने वाला, हर्ष देने वाला, प्रायः आनंद-मंगल करने और प्रसन्न रहने वाला, रंगराज़, पेंटर, मेंहदी, सिन्दूर, वस्त्र आदि को रँगने में उपयोगी पदार्थ जिसे उसके विलयन में से सूती, रेशमी आदि वस्त्रों के रेशे अवशोषित कर लेते हैं। |
-व्याकरण | विशेषण, पुल्लिंग |
-उदाहरण | रक्त की लाली, त्वचा का रंग, आँखों की पुतलियों का रंग, रंगनें के कार्य को रंजक कहते है। |
-विशेष | |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | अभिनंदक, आनंद, वर्धक, प्रियकर, सुनंदन |
संस्कृत | रज्+णिच्+ण्वुल् |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | रंजन |
संबंधित लेख |