"काम की खुन्दक -आदित्य चौधरी" के अवतरणों में अंतर
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13:54, 15 जुलाई 2013 का अवतरण
![]() काम की खुन्दक -आदित्य चौधरी "ये प्याज़ कमबख़्त ऐसी चीज़ है जो ज़्यादा नहीं खाई जा सकती... और हम तो भैया प्याज़ का एक टुकड़ा भी नहीं खा सकते !" |
टीका टिप्पणी और संदर्भ