"विलियम हॉकिंस" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*'''विलियम हॉकिंस''' [[ईस्ट इंडिया कम्पनी]] का एक कर्मचारी तथा व्यापारी था। | *'''विलियम हॉकिंस''' [[ईस्ट इंडिया कम्पनी]] का एक कर्मचारी तथा व्यापारी था। | ||
*वह [[फ़ारसी भाषा]] का बहुत अच्छा जानकार था। | *वह [[फ़ारसी भाषा]] का बहुत अच्छा जानकार था। | ||
− | |||
*हॉकिंस, 'हेक्टर' नामक जहाज़ पर सवार होकर पूर्व की ओर ईस्ट इण्डिया कम्पनी की तीसरी यात्रा का संचालक था। | *हॉकिंस, 'हेक्टर' नामक जहाज़ पर सवार होकर पूर्व की ओर ईस्ट इण्डिया कम्पनी की तीसरी यात्रा का संचालक था। | ||
− | *बादशाह [[जहाँगीर]] के नाम [[इंग्लैण्ड]] के राजा 'जेम्स प्रथम' का पत्र लेकर वह | + | *बादशाह [[जहाँगीर]] के नाम [[इंग्लैण्ड]] के राजा 'जेम्स प्रथम' का पत्र लेकर वह 1609 ई. में [[भारत]] के [[सूरत]] में पहुँचा। |
*हॉकिन्स स्थल मार्ग से [[मुग़ल]] दरबार में गया और जहाँगीर से भेंट की। | *हॉकिन्स स्थल मार्ग से [[मुग़ल]] दरबार में गया और जहाँगीर से भेंट की। | ||
*वह मुग़ल दरबार में 1613 ई. तक रहा। | *वह मुग़ल दरबार में 1613 ई. तक रहा। | ||
पंक्ति 9: | पंक्ति 8: | ||
*बादशाह के कहने से हॉकिंस ने एक 'आरमेनियाई' [[ईसाई धर्म|ईसाई]] लड़की से विवाह कर लिया। | *बादशाह के कहने से हॉकिंस ने एक 'आरमेनियाई' [[ईसाई धर्म|ईसाई]] लड़की से विवाह कर लिया। | ||
*उसने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] को कुछ व्यापार सम्बन्धी सुविधाएँ देने के लिए बादशाह को अंग्रेज़ों के अनुकूल बना लिया। | *उसने [[अंग्रेज़|अंग्रेज़ों]] को कुछ व्यापार सम्बन्धी सुविधाएँ देने के लिए बादशाह को अंग्रेज़ों के अनुकूल बना लिया। | ||
− | |||
*[[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]] के विरोध के कारण हॉकिन्स की योजनाओं पर अमल नहीं हो सका। | *[[पुर्तग़ाली|पुर्तग़ालियों]] के विरोध के कारण हॉकिन्स की योजनाओं पर अमल नहीं हो सका। | ||
*हॉकिन्स 1613 ई. में [[मुग़ल]] दरबार से चला गया और वापस [[इंग्लैण्ड]] पहुँच गया। | *हॉकिन्स 1613 ई. में [[मुग़ल]] दरबार से चला गया और वापस [[इंग्लैण्ड]] पहुँच गया। | ||
पंक्ति 15: | पंक्ति 13: | ||
*उसने बादशाह की सम्पत्ति तथा उसके दरबारी क़ानूनों का उल्लेख किया है। | *उसने बादशाह की सम्पत्ति तथा उसके दरबारी क़ानूनों का उल्लेख किया है। | ||
+ | {{प्रचार}} | ||
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | {{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1|माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }} | ||
{{संदर्भ ग्रंथ}} | {{संदर्भ ग्रंथ}} |
07:07, 19 जुलाई 2011 का अवतरण
- विलियम हॉकिंस ईस्ट इंडिया कम्पनी का एक कर्मचारी तथा व्यापारी था।
- वह फ़ारसी भाषा का बहुत अच्छा जानकार था।
- हॉकिंस, 'हेक्टर' नामक जहाज़ पर सवार होकर पूर्व की ओर ईस्ट इण्डिया कम्पनी की तीसरी यात्रा का संचालक था।
- बादशाह जहाँगीर के नाम इंग्लैण्ड के राजा 'जेम्स प्रथम' का पत्र लेकर वह 1609 ई. में भारत के सूरत में पहुँचा।
- हॉकिन्स स्थल मार्ग से मुग़ल दरबार में गया और जहाँगीर से भेंट की।
- वह मुग़ल दरबार में 1613 ई. तक रहा।
- जहाँगीर उससे अक्सर मिला करता था और उसने हॉकिन्स को 400 सवारों का मनसबदार बना दिया था।
- बादशाह के कहने से हॉकिंस ने एक 'आरमेनियाई' ईसाई लड़की से विवाह कर लिया।
- उसने अंग्रेज़ों को कुछ व्यापार सम्बन्धी सुविधाएँ देने के लिए बादशाह को अंग्रेज़ों के अनुकूल बना लिया।
- पुर्तग़ालियों के विरोध के कारण हॉकिन्स की योजनाओं पर अमल नहीं हो सका।
- हॉकिन्स 1613 ई. में मुग़ल दरबार से चला गया और वापस इंग्लैण्ड पहुँच गया।
- उसने भारत की यात्रा का वर्णन अपनी पुस्तक में लिखा है।
- उसने बादशाह की सम्पत्ति तथा उसके दरबारी क़ानूनों का उल्लेख किया है।
|
|
|
|
|