"गौरी" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
*आधुनिक काल में प्रचलित अनेक देवियों की मूलाधार पराशक्ति तथा परंपरा का आरंभ पूर्वोक्त तीन शक्तिस्वरूपा देवियां हैं।  
 
*आधुनिक काल में प्रचलित अनेक देवियों की मूलाधार पराशक्ति तथा परंपरा का आरंभ पूर्वोक्त तीन शक्तिस्वरूपा देवियां हैं।  
  
 +
[[Category:पौराणिक कोश]]
 
[[Category:हिन्दू भगवान अवतार]]
 
[[Category:हिन्दू भगवान अवतार]]
 
+
[[Category:हिन्दू देवी-देवता]]
[[Category:कथा साहित्य कोश]]
+
[[Category:प्रसिद्ध चरित्र और मिथक कोश]]
 
 
[[Category:कथा साहित्य]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__

10:29, 27 मई 2010 का अवतरण

  • गौरी(पार्वती) हिमालय की पुत्री तथा शिव की अर्द्धागिनी के रूप में अंकित हैं।
  • वे देवी, दुर्गा, गौरी, पार्वती, उमा आदि 108 नामों से विख्यात हैं।
  • उनसे अत्यधिक आत्मीयता होने के कारण ही शिव अर्धनारीश्वर कहलाये।
  • उमा, अंबा, अंबालिका आदि विभिन्न नाम किसी न किसी मिथक से जुड़े हुए हैं।
  • शिव ने क्रोध का शमन करने की शक्ति भी पार्वती में ही है।
  • आधुनिक काल में प्रचलित अनेक देवियों की मूलाधार पराशक्ति तथा परंपरा का आरंभ पूर्वोक्त तीन शक्तिस्वरूपा देवियां हैं।