"आंकण रासो" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
छो (श्रेणी:नया पन्ना (को हटा दिया गया हैं।))
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
*आंकण रासो एक प्रकार का हास्य [[रासो काव्य]] है।  
+
'''आंकण रासो''' एक प्रकार का हास्य [[रासो काव्य]] है।  
 
*इसमें खटमल के जीवन चरित्र का वर्णन किया गया है।  
 
*इसमें खटमल के जीवन चरित्र का वर्णन किया गया है।  
 
*इसका रचयिता 'कीर्तिसुन्दर' है।  
 
*इसका रचयिता 'कीर्तिसुन्दर' है।  
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
 
*इसकी कुल [[छन्द]] संख्या '39' है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>
 
*इसकी कुल [[छन्द]] संख्या '39' है।<ref>{{cite web |url=http://knowhindi.blogspot.com/2011/02/blog-post_4165.html |title=रासो काव्य : वीरगाथायें|accessmonthday=15 मई|accessyear=2011|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>
  
 
+
{{लेख प्रगति|आधार= |प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}  
 
 
 
 
{{प्रचार}}
 
{{लेख प्रगति|आधार=आधार1|प्रारम्भिक= |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>

09:32, 8 अगस्त 2012 के समय का अवतरण

आंकण रासो एक प्रकार का हास्य रासो काव्य है।

  • इसमें खटमल के जीवन चरित्र का वर्णन किया गया है।
  • इसका रचयिता 'कीर्तिसुन्दर' है।
  • अनुमानत: यह रचना सं. 1757 वि. की है।
  • इसकी कुल छन्द संख्या '39' है।[1]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. रासो काव्य : वीरगाथायें (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 15 मई, 2011।

सम्बंधित लेख