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*शिवगंगा पूना से बंगलौर जाने वाली रेल-शाखा पर निदवंदा स्टेशन के निकट स्थित है।  
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*यहाँ एक छोटा सा प्राचीन दुर्ग स्थित है।  
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*जो इस स्थान का उल्लेखनीय स्मारक है। इसका सिंहद्वार चापाकार है।  
 
*जो इस स्थान का उल्लेखनीय स्मारक है। इसका सिंहद्वार चापाकार है।  
 
*यहाँ का मन्दिर जो कणाश्म (ग्रेनाइट) के चार स्तंभों पर आधृत था, 955 में चक्रवात से गिर गया था।  
 
*यहाँ का मन्दिर जो कणाश्म (ग्रेनाइट) के चार स्तंभों पर आधृत था, 955 में चक्रवात से गिर गया था।  
 
*तत्पशचात् पुरातत्व विभाग ने मूल शिखर के समान ही एक नया शिखर बनाकर मन्दिर का जीर्णोद्धार किया था।  
 
*तत्पशचात् पुरातत्व विभाग ने मूल शिखर के समान ही एक नया शिखर बनाकर मन्दिर का जीर्णोद्धार किया था।  
*मंदिर के प्रांगण में भगवान राम के चरण चिन्ह अवस्थित हैं जिन्हें रामपदम् कहा जाता है।
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*मंदिर के प्रांगण में भगवान [[राम]] के चरण चिन्ह अवस्थित हैं जिन्हें रामपदम् कहा जाता है।
  
  

06:40, 1 सितम्बर 2012 का अवतरण

  • शिवगंगा पूना से बंगलौर जाने वाली रेल-शाखा पर निदवंदा स्टेशन के निकट स्थित है।
  • यहाँ एक छोटा सा प्राचीन दुर्ग स्थित है।
  • जो इस स्थान का उल्लेखनीय स्मारक है। इसका सिंहद्वार चापाकार है।
  • यहाँ का मन्दिर जो कणाश्म (ग्रेनाइट) के चार स्तंभों पर आधृत था, 955 में चक्रवात से गिर गया था।
  • तत्पशचात् पुरातत्व विभाग ने मूल शिखर के समान ही एक नया शिखर बनाकर मन्दिर का जीर्णोद्धार किया था।
  • मंदिर के प्रांगण में भगवान राम के चरण चिन्ह अवस्थित हैं जिन्हें रामपदम् कहा जाता है।


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