"हनमकोण्डा" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{पुनरीक्षण}}
 
{{पुनरीक्षण}}
'''हनमकोण्डा''' एक ऐतिहासिक नगर जो [[आन्ध्र प्रदेश]] के [[वारंगल ज़िला|वारंगल ज़िले]] में स्थित है।  
+
'''हनमकोण्डा''' एक ऐतिहासिक नगर है जो [[आन्ध्र प्रदेश]] के [[वारंगल ज़िला|वारंगल ज़िले]] में स्थित है।  
 
*हनमकोण्डा में काकतीय नरेशों के समय का बना हुआ मन्दिर है जो [[दक्षिण भारत]] के सर्वोत्कृष्ट मन्दिरों में परिगणित किया जाता है।  
 
*हनमकोण्डा में काकतीय नरेशों के समय का बना हुआ मन्दिर है जो [[दक्षिण भारत]] के सर्वोत्कृष्ट मन्दिरों में परिगणित किया जाता है।  
 
*हनमकोण्डा के मन्दिर की स्थापना महाराज गणपति ने की थी।  
 
*हनमकोण्डा के मन्दिर की स्थापना महाराज गणपति ने की थी।  
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
*हनमकोण्डा के देवालयों में मूर्तियाँ नहीं हैं, किंतु कटे हुए पत्थरों की जालियों में इन [[देवता|देवताओं]] की मूर्तियाँ निर्मित हैं।  
 
*हनमकोण्डा के देवालयों में मूर्तियाँ नहीं हैं, किंतु कटे हुए पत्थरों की जालियों में इन [[देवता|देवताओं]] की मूर्तियाँ निर्मित हैं।  
 
*हनमकोण्डा के मन्दिर के सामने काले पत्थर से बना हुआ नंदी स्थित है।  
 
*हनमकोण्डा के मन्दिर के सामने काले पत्थर से बना हुआ नंदी स्थित है।  
 +
*यह मूर्ति एक ही पत्थर में से काटी गई है।
 
*हनमकोण्डा के मन्दिर में लगे एक [[तेलुगु भाषा|तेलुगु]]-[[कन्नड़]] के [[अभिलेख]] से ज्ञात होता है कि इसका निर्माण 1164 ई. में हुआ था।  
 
*हनमकोण्डा के मन्दिर में लगे एक [[तेलुगु भाषा|तेलुगु]]-[[कन्नड़]] के [[अभिलेख]] से ज्ञात होता है कि इसका निर्माण 1164 ई. में हुआ था।  
 
*इस अभिलेख में काकतीय नरेश गणपति की वंशावली तथा तत्कालीन घटनाओं का विवरण है।
 
*इस अभिलेख में काकतीय नरेश गणपति की वंशावली तथा तत्कालीन घटनाओं का विवरण है।
पंक्ति 18: पंक्ति 19:
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
 
{{आंध्र प्रदेश के नगर}}
 
{{आंध्र प्रदेश के नगर}}
 +
[[Category:इतिहास कोश]]
 
[[Category:आंध्र प्रदेश के नगर]]
 
[[Category:आंध्र प्रदेश के नगर]]
 
[[Category:भारत के नगर]]
 
[[Category:भारत के नगर]]

05:21, 4 सितम्बर 2012 का अवतरण

Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

हनमकोण्डा एक ऐतिहासिक नगर है जो आन्ध्र प्रदेश के वारंगल ज़िले में स्थित है।

  • हनमकोण्डा में काकतीय नरेशों के समय का बना हुआ मन्दिर है जो दक्षिण भारत के सर्वोत्कृष्ट मन्दिरों में परिगणित किया जाता है।
  • हनमकोण्डा के मन्दिर की स्थापना महाराज गणपति ने की थी।
  • हनमकोण्डा का उल्लेख प्रतापचरित्र नामक ग्रंथ में हुआ है।
  • चालुक्य कालीन मंदिरों की भाँति ही इसका आधार ताराकार है और इसमें सूर्य, विष्णु तथा शिव के तीन देवालय है।
  • हनमकोण्डा के देवालयों में मूर्तियाँ नहीं हैं, किंतु कटे हुए पत्थरों की जालियों में इन देवताओं की मूर्तियाँ निर्मित हैं।
  • हनमकोण्डा के मन्दिर के सामने काले पत्थर से बना हुआ नंदी स्थित है।
  • यह मूर्ति एक ही पत्थर में से काटी गई है।
  • हनमकोण्डा के मन्दिर में लगे एक तेलुगु-कन्नड़ के अभिलेख से ज्ञात होता है कि इसका निर्माण 1164 ई. में हुआ था।
  • इस अभिलेख में काकतीय नरेश गणपति की वंशावली तथा तत्कालीन घटनाओं का विवरण है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख