"हंडिया" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
पंक्ति 7: पंक्ति 7:
 
*[[कूर्मकार]] ([[कुम्हार]]) इसे साधारण मिट्टी के बर्तनों की अपेक्षा '[[अबा]]' में अधिक देर तक धीमी [[आग]] से पकाते थे, जिससे यह अधिक [[तापमान]] के उतार चढ़ाव को झेल सके। और दही चलाकर मट्ठा (छाछ) बनाने और मक्खन निकालने की प्रक्रिया में [[मथानी]] की चोटों से टूट ना जायें।
 
*[[कूर्मकार]] ([[कुम्हार]]) इसे साधारण मिट्टी के बर्तनों की अपेक्षा '[[अबा]]' में अधिक देर तक धीमी [[आग]] से पकाते थे, जिससे यह अधिक [[तापमान]] के उतार चढ़ाव को झेल सके। और दही चलाकर मट्ठा (छाछ) बनाने और मक्खन निकालने की प्रक्रिया में [[मथानी]] की चोटों से टूट ना जायें।
  
{{प्रचार}}
+
 
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
 
{{लेख प्रगति|आधार=|प्रारम्भिक=प्रारम्भिक1 |माध्यमिक= |पूर्णता= |शोध= }}
{{संदर्भ ग्रंथ}}
 
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
<references/>
 
<references/>
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{भूले बिसरे शब्द}}
+
{{भूले बिसरे शब्द}}{{घरेलू उपकरण}}
 
[[Category:भूला-बिसरा भारत]][[Category:घरेलू उपकरण]][[Category:संस्कृति कोश]]
 
[[Category:भूला-बिसरा भारत]][[Category:घरेलू उपकरण]][[Category:संस्कृति कोश]]
 
__INDEX__
 
__INDEX__

08:12, 4 जून 2013 के समय का अवतरण

हड़प्पा कालीन हंडिया, थाल व अन्य बर्तन
  • हंडिया एक प्रकार का मिट्टी का गोलाकार (छोटे घड़े जैसा) बर्तन होता है।
  • यह चूल्हे पर दाल, सब्ज़ी, खीर आदि पकाने के काम में आता था। और यह दही चलाकर मट्ठा (छाछ) बनाने व मक्खन निकालने के काम भी आता था। हड़िया के इस रूप को 'मल्ला' भी कहा जाता था।
  • यह चाक पर साधारण घड़े के मुक़ाबले बेहतर और अधिक चिकनी मिट्टी से बनाया जाता है। और इसका पैंदा भी घड़े के मुक़ाबले मोटा होता है।
  • यह साधारण घड़े की तरह अधिक रंध्रयुक्त नहीं होता है।
  • इसको चिकना बनाने के लिए इसकी अधिक घुटाई भी की जाती है।
  • कूर्मकार (कुम्हार) इसे साधारण मिट्टी के बर्तनों की अपेक्षा 'अबा' में अधिक देर तक धीमी आग से पकाते थे, जिससे यह अधिक तापमान के उतार चढ़ाव को झेल सके। और दही चलाकर मट्ठा (छाछ) बनाने और मक्खन निकालने की प्रक्रिया में मथानी की चोटों से टूट ना जायें।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख